पाली। पाली जिले के नाडोल कस्बे में शनिवार को हुई अंशी देवी की निर्मम हत्या का राज पुलिस ने खोल दिया। अंशीदेवी की हत्या उसी के बेटे अशोक ने की थी। पुलिस इस हत्या के पीछे मृतका अंशीदेवी के अवैध सम्बंध होना बता रही है।
पुलिस अब मृतका के फोन की कॉल डिटेल निकाल अवैध सम्बंधों के बारे में जानकारी जुटा रही है। वहीं आरोपित पुत्र अशोक ने पुलिस के सामने अपनी मां की हत्या करना कबूल कर लिया है। हत्या के बाद अशोक ने इस वारदात से खुद को बचाने के लिए अपने दोस्त रमेश की मदद ली थी।
गौरतलब है कि शनिवार देर रात नाडोल निवासी अंशीदेवी पत्नी भोलाराम मेघवाल (47) की कूंट से कई वार कर निर्मम हत्या कर दी थी। इस मामले की जानकारी रविवार सुबह घर के कमरे में बंद उसके पुत्र आशोक के उठने पर हुई।
उस दौरान अशोक ने पुलिस को बताया कि रात को उसने दोस्तों के साथ काफी शराब पी थी। इसके चलते उसकी मां ने उसे कमरे में बंद कर दिया था।
पुलिस ने इस मामले में जांच करते हुए मृतका के पुत्र अशोक व उसके दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। पूछताछ में आरोपितों ने वारदात का राज खोल दिया।
इस मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बाली अताउर्रहमान के निर्देशन में बाली सीओ गुलाबसिंह के नेतृत्व में रानी एसएचओ देवीसिंह, देसूरी एसएचओ हरजीराम सहित पुलिसकर्मियों की टीम गठित की थी।
आरोपित पुत्र अशोक ने पुलिस को बताया कि पिछले तीन माह से उसे अपनी मां पर शक था। एक माह पूर्व उसकी मां का फोन खराब हो गया था। इसके चलते उसने उसकी मां को दूसरा फोन दिलवाया था। जिसमें उसने ओटो कॉल रिकॉडिंग शुरू कर दी थी।
जब उसने उसकी मां के फोन पर आने वाले कॉल रिकॉर्डिंग सुनी तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। अपनी मां व युवकों के बीच फोन पर हुई आपत्तिजनक बातें सुनने के बाद वह अपने आप को शर्मिंदा महसूस कर रहा था।
पुलिस के अनुसार आरोपित अशोक अपने मां के अवैध संबंधों के बारे में जानने के बाद काफी दिनों से परेशान था। शनिवार की रात को उसने अपने दोस्तों के साथ शराब पी थी। रात को अपने घर आया तो उसकी मां ने उसे शराब पीने व बाल की कटिंग को लेकर डांटना शुरू कर दिया।
इस पर अशोक ने भी अंशीदेवी को उसके अवैध संबंधों के बारे में आगाह कर दिया। इस पर दोनों के बीच विवाद काफी बढ़ गया। विवाद के बाद दोनों सो गए। जब अंशीदेवी सो गई तो आरोपित अशोक ने उस पर कूट से दनादन वार कर दिए। इससे अंशीदेवी की मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना के बाद अशोक ने अपने पड़ोस में रहने वाले दोस्त रमेश मेघवाल को बुलाया। रमेश ने अशोक को घर के कमरे में बंद कर बाहर से कुंदा लगा दिया। जिससे पुलिस को शक नहीं हो कि अशोक ने ही उसके मां की हत्या की।