पाली। विश्व प्रसिद्ध संत बाबा जय गुरुदेव के उत्तराधिकारी पंकज महाराज मोहीवाड़ा जालोर से अपनी शाकाहार सदसचार जन जागरण यात्रा काफिले के साथ शुक्रवार को पाली जिले के जेतपुर गांव पहुंचे।
इस मौके पर पंकज महाराज ने श्रद्धालुओं कां संबोधित करते हुए कहा कि सभी महापुरुषों ने मनुष्य शरीर को अनमोल और बेशकीमती बताया है। इसी शरीर में ईश्वर, प्रभु और खुदा का दर्शन किया जा सकता है।
मृत्यूलोक काल प्रभु का देश है। वे कर्मों के अनुसार सजा देते हैं, किसी के दोस्त, दुश्मन नहीं हैं। काल रूप में तिनकर भ्राता शुभ और अशुभ कर्म फल दाता है।
बाबा जयगरुदेव के बचनों को याद कराते हुए उन्होंने कहा कि हर एक के पीछे कुदरती कैमरा लगा है, जिसकी रील चलती रहती है। जो भी अच्छे बुरे कर्म करोगे वह लिखा जा रहा है।
कितना किसके आराम दिया, किसको मारा पीटा, धोखा दिया, पाप पुण्य, न्याय, हिंसा अहिंसा सब लिखा जा रहा है। कर्मों का हिसाब चुकाना होगा। इसके लिए बार बार जन्म लेना व मरना होगा। जन्म लेने व मरने की पीड़ा लाखों विच्छुओं का एक साथ डंक मारने से अधिक होती है।कष्ट से छुटकारा नहीं होगा। अभी बक्त है अपनी आत्मा जीवात्मा को नर्को और चौरासी में जाने से बचाव करें।
पंकज महाराज ने कहा कि मन पर संगत सोहबत का असर जल्दी पड़ता है। लोगों को चाहिए कि गलत सोहबत से बचे और किसी सन्त गुरु की खोज करें। गुरु के मिल जाने पर आदेशों की पालना कर अपना जीवन सफल करें।
तुलसीदास द्वारा लिखित रामचरितमानस में आया है कि गुरु बिन भव निधि तरै न कोई, जो बिरचि शंकर सम होई। जब जन्म जन्मांतरों का पुण्य संचित होता है तो सन्त सतगुरु मिलते हैैं।
उन्होंने कहा कि बाबा जयगुरुदेव ने जीवों के कल्याण के लिए अथक परिश्रम करके बीस करोड़ से अधिक लोंगों को सूरत शब्द की सरल साधना में लगाया। उन्होंने आने वाली परेशानियों से बचाव के लिए लोंगों से अपील की कि शाकाहारी बनें और बुद्धिनाशक नशों का परित्याग करें।
कलियुग में जयगुरुदेव नाम प्रभु का जागृत होगा। जयगुरुदेव नाम बोलने से हर तरफ की परेशानियों में मदद मिलेगी।
सत्संग का ग्रामवासियों ने पूरे भक्तिभाव से आनंद लिया। रुपाराम पटेल, दलाराम पटेल, राजेश, शंभुलाल धाकड़, रघुवीर सिंह रावत, बींजाराम पटेल, लक्ष्मणराम पटेल सरपंच गढवाड़ा, डाक्टर करुणाकांन्त, रोहितास कुमार गुप्ता, भरत कुमार टी मिस्त्री, अनूप कुमार, डीडी शुक्ला, सहित हजारों श्रद्धालु भक्ति भाव में डुबकी लगा रहे थे।
एक विशेष बातचीत में पंकज महाराज ने कहा कि हमें एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए हमारे गुरु महाराज परम संत बाबा जयगुरुदेव ने समस्त धर्मप्रमियों बच्चे एवं बच्चियों से प्रार्थना की कि सभी लोग सदाचारी, शाकाहारी हो जाएं, मादक पदार्थों का सेवन नहीं करें। मादक पदार्थों के सेवन करने से इंसान सबकुछ भूल जाता है, यहां तक कि मां बाप भाई बहिन को भी नहीं पहचान पाता।
हम अच्छे समाज की कल्पना तभी कर सकते हैं, जब सभी देशवासी नशे की वस्तुओं एवं मादक पदार्थों का त्याग करें। सभी मानव जाति से अपील है कि सभी शकाहारी बनें। जिस्मानी शरीर में बैठकर, मनुष्य शरीर में बैठकर परमात्मा की भक्ति करें।
बाबा का कहना है शाकाहारी रहना है जैसे कुछ नारे लिखी तख्तियां अपने शरीर पर लटाकर एक व्यक्ति जागरुकता का संदेश भी दे रहा था। क्या खाने से हुए बीमार अंडा मछली मांस शराब, जैसे नारे भी लगवाए गए।