बारडोली। बारडोली की मींढोला नदी के किनारे आए खेतो मे तेंदुए के आतंक से किसान और खेत मजदूरों मे दहशत फैली हुई है। रविवार रात को खेत मे एक परिवार के घर के आसपास घूमते तेंदुए ने परिवार की सांसे रोक दी थी और दो मुर्गी का शिकार कर चला गया था।
इसी जगह से 200 मीटर की दूरी पर सोमवार को तेंदुआ फिर से दिखाई दिया और एक खेत मे रह रहे परिवार की एक बकरी लेकर भाग निकला। परिवार के शोर मचाने पर तेंदुआ ने बकरी को छोड़ दिया लेकिन परिवार मृत बकरी ही हाथ लगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बारडोली की मींढोला नदी के उस पार चांदपीर की दरगाह के पास इल्यास भाम का खेत आया हुआ है। इस खेत मे मंगु सूखा राठोड़ उनके परिवार के साथ रहता है और घर के पास ही उसने 40 से 50 बकरा पाल रखे है।
सोमवार रात को 9 बजे मंगु और उसका परिवार खाना खाकर सोने की तैयारी कर रहा था तभी अचानक बकरी की आवाज आने लगी। आवाज सुनते ही मंगु बाहर निकला और बकरिओ के पास गया तो वहां पर एक तेंदुआ बकरी को दबोच कर खड़ा था।
तेंदुए ने बकरी के एक बच्चे को भी घायल कर दिया था। शोर मचाने पर तेंदुआ बकरी को लेकर भाग गया। लेकिन मंगु ने तेंदुए के पीछे दौड़ कर बकरी को तो छुड़ाया लेकिन बकरी मृत हालत मे मिली। इस बारे मे मंगु ने उसके मालिक इल्यास भाम को जानकारी दी।
इल्यास भाम ने बारडोली की फ्रेंड्स ऑफ एनिमल वेल्फर की टीम को जानकारी देते ही प्रमुख जतिन राठोड उनकी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। दो दिन मे तेंदुए का यह दूसरा हमला है। जिसके कारण खेतों में काम कर रहे मजदूरो में दहशत फैली हुई है।
दुर्घटना मे तेंदुए की मौत
महुवा तहसील के काछल गांव के पास महुवा करचेलिया रोड पर अज्ञात वाहन की चपेट मे आ जाने से एक तेंदुए की मौत हो गई। वन विभाग ने तेंदुए के मृतदेह का कब्जा लेकर पोस्ट मोर्टम के बाद उसके मृतदेह को अग्निदाह दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार सूरत जिले मे पिछले कई समय से तेंदुए की संख्या मे बढ़ोतरी हो रही है। अभी गन्ने की कटाई की सीजन चल रही है जिसके कारण गन्ने के खेत मे छुपे तेंदुए अब बाहर आ रहे है।
मंगलवार तड़के ढाई बजे के आसपास कड़ोद के इमरान उनके दोस्तों के साथ करचेलिया से बारडोली की और आ रहा था तभी उसने रोड पर एक तेंदुआ पड़ा हुआ मिला। पास जाकर देखा तो घायल हो जाने से तेंदुए की मौत हो चुकी थी। इमरान ने तुरंत वन विभाग और बारडोली की फ्रेंड्स ऑफ एनिमल वेल्फर की टीम को सूचित किया।
वन विभाग ने मौके पर पहुंच कर तेंदुए के कब्जा लिया और सुबह उसका महुवा की वन विभाग कार्यालय पर तेंदुए के शव कर परीक्षण किया गया। बाद मे उसे अग्निदाह दिया गया। तेंदुए की उम्र करीबन 7 माह और उसकी मौत रोड से गुजर रहे किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से हुई होने की बात वन विभाग ने बताई।