उदयपुर। राजसमंद जिले के देवगढ़ थाना क्षेत्र के काछबली गांव में ग्रामीणों ने एक पैंथर की जान ले ली। ग्रामीणों ने रस्सी से गला घोंटने के साथ पैंथर के मुंह में पत्थर ठूंस दिए जिससे उसकी मौत हो गई। हालांकि जान बचाने के लिए पैंथर ने तीन लोगों को भी जख्मी कर दिया।
घटना की सूचना पर वन विभाग के आला अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे तथा पैंथर का शव कब्जे में ले लिया। विभागीय कर्मचारियों ने घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी तथा कार्रवाई को लेकर निर्देश मांगे। बताया गया कि राजसमंद जिले के काछबली गांव में शनिवार सुबह पानी की तलाश में एक पैथर घुस गया था।
पैंथर गांव के प्राथमिक विद्यालय में घुसा, जहां शिक्षक और पोषाहार बनाने वाला मौजूद था। दोनों के शोर मचाने पर पैंथर स्कूल से निकलता हुआ ग्राम पंचायत की ओर भागा। ग्रामीणों ने पैंथर को दौड़ते देखा तो उन्होंने उसे घेरना शुरू कर दिया। इसी बीच सरपंच ने पुलिस एवं वन विभाग को भी पैंथर के गांव में घुसने की जानकारी दे दी।
इधर, ग्रामीणों से घिरा पैंथर गांव में इधर-उधर भागने लगा लेकिन ग्रामीणों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। इस बीच पैंथर ने कुछ ग्रामीणों पर हमला भी किया, किजसमें नारायणसिंह, प्रवीणनाथ तथा प्रवीणसिंह घायल हो गए। उनके पेट, सीने, पीठ को पैंथर ने पंजों से चीर दिया था।
पैंथर के हमले के बावजूद ग्रामीणों ने उसकी घेराबंदी जारी रखी तथा युवाओं के दल ने पैंथर को दबोच लिया। युवाओं ने उसका गला तथा चारों पांव कसकर पकड़ लिए। पैंथर के बार-बार गुर्राने पर युवाओं ने उसके मुंह में पत्थर ठूंसना शुरू कर दिया। इससे पैंथर का मुंह बंद हो गया।
इसी बीच एक युवक रस्सी ले लिया और उसके गले में उसे लपेटने के बाद युवकों ने उसका गला घोंट दिया। जिससे पैंथर मौके पर तड़पकर मर गया। जब पैंथर के शरीर में हलचल पूरी तरह बंद हो गई तो युवाओं ने उसके शव को लेकर रैली निकाली। इस दौरान काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गए।
उधर, सूचना के करीब दो घंटे बाद वन विभाग के रैंजर भंवरलाल मौके पर पहुंचे तथा पैंथर का शव कब्जे में लिया। उसे पशु चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उसकी मृत्यु की पुष्टि हो गई। पैंथर की गला घोंटकर जान ले लेने की जानकारी राजसमंद जिला प्रशासन को मिली तो वहां हडक़म्प मच गया।
जिला कलेक्टर ने मौके पर उपखण्ड अधिकारी और डिप्टी को भेजा और वास्तविक स्थिति की जानकारी देने को कहा। इस बीच पैंथर का शव राजसमंद के पशु चिकित्सालय ले जाया गया और वन विभाग के अधिकारी फिलहाल दिशानिर्देश के इंतजार में हैं।
ग्रामीणों ने जमकर ली सेल्फी
जब युवाओं द्वारा पैंथर का रस्सी से गला दबाया जा रहा था और पैंथर के मुंह में पत्थर ठूंसे जा रहे थे तो युवाओं ने जमकर फोटो खींचे और वीडियो बनाए। कुछ युवाओं ने तड़प-तड़प कर मर रहे पैंथर के साथ सेल्फी भी ली। कुछ ही देर में यह वीडियो और सेल्फी जिला प्रशासन तक पहुंच गया। जिला प्रशासन भी यह देखकर सकते में आ गया और अधिकारियों को दौड़ाया।
राजसमंद में दो मंत्री, जवाब देना मुश्किल
शनिवार को राजसमंद में दो केबिनेट मंत्री मौजूद थे। रासजमंद विधायक और जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी के अलावा स्वायत्त शासन मंत्री राजपाल सिंह शेखावत के साथ-साथ भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी भी राजसमंद में मौजूद थे। जिला प्रशासन इस घटना को लेकर सकते में है तथा उसे जबाव नहीं सूझ रहा। इधर, जलदाय मंत्री किरण माहेश्वरी ने इस मामले में उचित कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
वन्यजीव की जान लेना दण्डनीय अपराध है
जंगली जानवर की जानबूझ कर हत्या करना वन्यजीव अधिनियम के तहत अपराध की श्रेणी में आता है। इस मामले में पुलिस पैथर की जान लेने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर सकती है और ऐसे मामले में दोष साबित होने पर दस वर्ष से अधिक सजा का प्रावधान है।