लीमा। पेरू की राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कप्तान पाओलो गुएरेरो अगले साल रूस में होने वाले फीफा विश्व कप टूर्नामेंट में अपनी टीम के प्रतिनिधित्व के लिए स्वयं पर लगे 12 माह के डोपिंग प्रतिबंध के खिलाफ अपील करेंगे। गुएरेरो के कानूनी मामलों को देखने वाली टीम ने इसकी जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार पेरू टीम के अग्रणी गोल स्कोर करने वाले खिलाड़ी को कोकेन के इस्तेमाल का दोषी पाए जाने के बाद फीफा की अनुशासनात्मक समिति द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया।
पेरू की समाचार एजेंसी ‘अमरीका नोटिकियास’ को दिए एक बयान में उनके वकील प्रेडो फीडा ने कहा कि हम इस बात से काफी हैरान और निराश हैं। उन्होंने कोकेन का इस्तेमाल नहीं किया।
ब्राजील के फ्लामेंगो क्लब का प्रतिनिधित्व करने वाले गुएरेरो का ब्यूनस आयर्स में अर्जेटीना के खिलाफ विश्व कप क्वालीफायर मैच के दौरान लिए गए डोप टेस्ट का परिणाम पॉजिटिव आया था।
इस परिणाम के तहत 33 वर्षीय गुएरेरो पर चार नवम्बर को अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया था। इस कारण वह न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए विश्व कप क्वालीफायर मैच में पेरू टीम का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाए।