पेरिसं। पेरिस हमलों का वांछित आतंकी अबदेसलाम पिछले साल 13 नवंबर को खुद को भी बम से उड़ा देना चाहता था लेकिन आखिरी समय में उसने ऐसा नहीं किया।
पेरिस में अभियोजक फ्रेंकोइस मोलिंस ने यह जानकारी देते हुए कहा कि उसने यह फैसला क्यों लिया अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए आतंकी अबदेसलाम को शनिवार को ब्रुसेल्स में सेंट पेयरे अस्पताल से रिहा किया गया और बाद में आधिकारियों ने उससे पूछताछ की।
उसपर आंतकी हत्या का आरोप लगाया गया है। इसी बीच फ्रांस ने उसके खिलाफ नया यूरोपिय वारेंट जारी कर दिया है ताकि उसका जल्द से जल्द फ्रांस प्रत्यर्पण हो सके।
यूरोप के सबसे कुख्यात और वांछित अपराधी सलाह अबदेसलाम 26 को ब्रुसेल्स में मुठभेड़ के बाद शुक्रवार रात जिंदा गिरफ्तार किया गया था। उसके साथ उसे संरक्षण देने वाले चार लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था। सलाम की टांग में गोली लगी थी जिसके बाद उसे रातभर अस्पताल में रखा गया था।
सलाम की नवंबर 2015 में पेरिस हमलों के मामले में तलाश की जा रही थी। मामले में बेल्जियम के प्रधानमंत्री चार्ल्स मिशेल और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसवा ओलांद ने एक संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुये कहा था कि यह लोकतंत्र की रक्षा के लिए जारी जंग का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
उल्लेखनीय है कि 13 नवंबर की रात को पेरिस में हुये हमले में 130 लोगों की मौत हुई थी। उस रात अबदेसलाम के भाई ब्रहीम ने स्वयं को बम से उड़ा लिया था। उसका भाई एक बार के रखवाले की नौकरी करता था और ड्रग और छोटे मोटे अपराधों में शामिल था।
ओलांद ने कहा कि सलाम की हमले में क्या भूमिका थी यह अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन ऐसा लगता है कि उसने सीरिया के एक आतंकी समूह के सहयोग से पेरिस हमले की साजिश रची थी।
ओलांद ने कहा कि उस रात स्टेडियम, बार, कैफे और कॉन्सर्ट हाल में हुए हमले में हमने जितना सोचा था उससे कई ज्यादा लोग शामिल थे। अभी भी खतरा टला नहीं है। सलाम पहला ऐसा आरोपी है जिसे जिंदा पकड़ा गया है इससे फ्रांस को मामले की तह तक जाने में आसानी होगी।