चंडीगढ़/नई दिल्ली। पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के करीब 11 माह बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम ने सोमवार को मोहाली (पंजाब) की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी। इस चार्जशीट में पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मौलाना मसूद अजहर को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
एनआईए के छह सदस्यों की एक टीम सोमवार सुबह मोहाली स्थित एनआईए की विशेष अदालत में न्यायाधीश तरसेम मंगला के समक्ष पेश हुई। जहां एनआईए ने चार्जशीट पेश की। इस चार्जशीट में मसूद अजहर के अलावा उसके छोटे मुफ्ती अब्दुल असगर, शाहिद लतीफ तथा कशीफ जहां (सभी निवासी पाकिस्तान) को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
चार्जशीट में कई अहम खुलासे किए गए हैं। एनआईए ने कहा है कि पठानकोट एयरबेस पर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकी एक तरफ घटना को अंजाम दे रहे थे तो दूसरी तरफ पाकिस्तान में बैठे में अपने आकाओं को रिपोर्ट कर रहे थे।
भारत में हमले को अंजाम देने वाले आतंकी घटना से करीब एक माह पहले ही भारत में दाखिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने न केवल यहां रहकर पठानकोट एयरबेस की रेकी की बल्कि हमले को अंजाम देने के लिए सही समय और सही वक्त का इंतजार किया।
एनआईए के अनुसार हमले को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान निवासी नासिर हुसैन, हाफिज अबु, उमर फारूख तथा अब्दुल कयूम भारत में आए थे। जबकि जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मसूद अजहर पाकिस्तान में बैठकर निर्देश दे रहे थे।
करीब एक साल तक की गई जांच में यह बात सामने आई है कि पाक आतंकियों ने हमले को अंजाम देने से पहले पाकिस्तानी क्षेत्र में चल रहे ट्रेनिंग कैंप में प्रशिक्षण हासिल किया और उसके बाद वह पंजाब में दाखिल हुए थे।
चार्जशीट में एनआईए ने जहां कई तरह की रिपोर्ट दाखिल की हैं वहीं जांच एजेंसी ने पठानकोट एयरबेस के आसपास के इलाकों से बरामद हुए रेड बुल्ल ड्रिंक की खाली बोतलें (पाक निर्मित एनर्जी ड्रिंक), पाक निर्मित पानी की खाली बोतलें, पाक निर्मित ड्राईफ्रूट के खाली पैकेट, महेंद्रा एक्सयूवी गाड़ी पर कई जगह आतंकियों की उंगलियों के निशान, इसके अलावा आतंकियों द्वारा गाड़ी को जोड़ने के लिए काटी गई सीट बेल्ट समेत करीब एक दर्जन वस्तुओं को शामिल किया गया है।
एनआईए ने एसपी सलविंदर को बनाया मुख्य गवाह
पठानकोट एयरबेस हमले के मामले में एनआईए की ओर चार्जशीट पेश करने के दौरान सभी की निगाहें पठानकोट हमले के दौरान चर्चा में आए एसपी सलविंदर सिंह की तरफ रही हैं। एनआईए ने सलविंदर सिंह को मुख्य गवाह के रूप में पेश किया है।
हालांकि उन्हें पूरी तरह से क्लीनचिट नहीं दी गई है लेकिन यह माना जा रहा है कि जांच के दौरान सलविंदर सिंह ने एनआईए को पूरा सहयोग दिया है।
इसके चलते चार्जशीट में एनआईए ने उनका कई बार उल्लेख तो किया है लेकिन उनके बारे में कोई आपत्तिजनक एवं सदिग्ध टिप्पणी नहीं की है। सलविंदर सिंह पर पहले भी कई तरह के आरोप लगते रहे हैं।