चंडीगढ़। पठानकोट के वायुसेना एयरबेस पर अलसुबह हुए आतंकी हमले के बाद जांच एजेंसी आईबी की जांच के दायरे में गुरदासपुर के एसपी भी आ गए हैं।
दरअसल एसपी सलविंदर सिंह की वीरवार रात को गाड़ी छीनने और अपहरण की वारदात में आईबी ने अपने तौर पर जांच शुरू कर दी है। आईबी अधिकारियों ने उनसे पूछताछ शुरू कर दी है।
अब तक की जांच के अनुसार एसपी की नीली बत्ती वाली गाड़ी अमृतसर-पठानकोट टोल प्लाजा क्रास करके निकली थी, जिसको आतंकवादी चला रहे थे। इसकी सीसीटीवी फुटेज भी मिल गई है।
जांच इस बात की भी की जा रही है कि जब एसपी सलविंदर सिंह का तबादला तीन दिन पहले पीएपी कर दिया गया था, तो वह पठानकोट इलाके में क्या कर रहे थे।
एसपी ने तर्क दिया है कि वह धार्मिक डेरे पर माथा टेकने आए थे। उनके साथ गनमैन भी नहीं था। केवल उनका कुक मदन लाल और दोस्त ज्वेलर राजेश ही था। एसपी गाड़ी भी खुद ड्राइव कर रहे थे।
सवाल उठता है कि आखिरकार एसपी सुरक्षा साथ लेकर क्यों नहीं गए। उनके साथी राजेश की गर्दन पर चाकू मारा गया तो एसपी को क्यों छोड़ा गया।
उधर, एसपी सलविंदर सिंह के गनमैन ने अपहरण की सूचना मिलने के बाद एसपी के मोबाइल पर कॉल की तो सामने से किसी ने कहा ‘सलाम आलेकुम’। इसके बाद गनमैन ने बताया कि फोन एसपी का है तो कॉल काट दी गई।
ऐसा अंदेशा है कि एसपी का फोन किसी आतंकी ने ही उठाया था। गनमैन कुलविंदर सिंह के मुताबिक अपहरण की सूचना मिलने के बाद उन्होंने लगातार एसपी का नंबर मिलाने की कोशिश की।
सुबह करीब 3:26 पर किसी ने फोन उठाया। उसके हैलो कहने पर सामने वाले ने कहा सलाम आलेकुम। जब उसने पूछा कि आप कौन तो सामने वाले ने भी यही सवाल दोहराया। जब उसने कहा कि यह एसपी का नंबर है तो सामने से पूछा गया एसपी कौन। इसके बाद फोन काट दिया गया।