सूरत। आरक्षण की मांग के साथ राज्य में आंदोलन चला रही पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति की ओर से रविवार को अब्रामा रोड पर स्थित ग्राउन्ड में आयोजित मां उमा खोडल महालापसी और 108 कुंडिय महायज्ञ कार्यक्रम में करीब तीन लाख पाटीदार शामिल हुए। सूरत समेत सौराष्ट्र से भी पाटीदारों ने परिवार के साथ कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
अब्रामा रोड स्थित ग्राउन्ड में रविवार दोपहर से ही पाटीदार जय सरदार, जय पाटीदार की टोपी पहने नारे लगाते हुए पहुंचने लगे। शाम तक ग्राउन्ड में पाटीदारों से ग्राउन्ड भर गया। कार्यक्रम की शुरूआत महायज्ञ के साथ शुरू की गई। 108 महायज्ञ में कांग्रेस के पाटीदार पार्षदों ने भी हिस्सा लिया।
इसके यज्ञ के बाद महालापसी महाप्रसाद वितरण कार्यक्रम की शुरूआत की गई। शाम को दो लाख पाटीदारों ने मां उमा खोडल की समूह आरती की और 51 मण लापसी का प्रसाद चढ़ाया गया। इसके बाद कार्यक्रम में शामिल पाटीदारों को महाप्रसाद की लापसी वितरित की गई।
रात को नौ बजे से डायरा का आयोजन किया गया। आयोजन को लेकर वराछा-कतारगाम के पाटीदारों ने रविवार को अपने प्रतिष्ठान-व्यवसाय स्वंय बंद रखे और परिवार के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए। उधर, सौराष्ट्र से भी कार्यक्रम में हिस्सा लेने हजारों की संख्या में पाटीदार सूरत पहुंचे।
गौरतलब है कि आरक्षण की मांग के साथ पाटीदार समुदाय की ओर से आंदोलन चलाया जा रहा है। पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति आंदोलन की अगुवाई कर रही है। समिति के मुय समन्वयक हार्दिक पटेल राजद्रोह के आरोप में जेल में बंद है। उसके अलावा अन्य कई पाटीदार युवा भी अलग-अलग मामलों में जेल में बंद है।
समिति की ओर से हार्दिक पटेल समेत जेल में बंद पाटीदार युवाओं की मुक्ति और आरक्षण की मांग के साथ मां उमा खोडल की भक्ति के साथ शक्ति प्रदर्शन के लिए रविवार को अब्रामा रोड पर महालापसी और महायज्ञ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
इससे पहले सूरत के पास स्थित पिपोदरा से 28 मार्च को एकता यात्रा की शुरूआत की गई थी, जो शुक्रवार को अब्रामा स्थित कार्यक्रम स्थल पर संपन्न हुई थी।
हार्दिक के मुखौटे और जय सरादर लिखी टोपी में पहुंचे लोग
महालापसी कार्यक्रम में पहुंचने वाले पाटीदारों में से अधिकतर लोगों ने हार्दिक पटेल का मुखौटा पहना हुआ था और सिर पर जय सरदार, जय पाटीदार लिखी टोपी पहनी हुई थी। कार्यक्रम के दौरान जय सरदार, जय पाटीदार के नारे गुंजते रहे।
व्यवस्था संभालने के लिए सात हजार स्वयंसेवक
पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति की ओर से महालापसी कार्यक्रम को सफल बनाने और किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इस लिए स्वंयसेवकों को जिमेदारी सौंपी गई थी। करीब सात हजार पाटीदार स्वयंसेवक की भूमिका में थे। इनमें से सात सौ स्वयंसेवक ट्रैफिक और पार्किंग की व्यवस्था के लिए तैनात थे। मैदान के पास ही 25 हजार कार और 80 हजार टू व्हीलर वाहनों की पार्किंग के लिए व्यवस्था की गई थी।
पाटीदार समाज के कार्यक्रम से समिति नाराज
एक ओर पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति की ओर से रविवार को भक्ति के साथ शक्ति प्रदर्शन के लिए महालापसी का कार्यक्रम आयोजित किया गया, वहीं दूसरी ओर पाटीदार समाज की ओर से कतारगाम आंबा तलावडी स्थित पाटीदार समाज की वाडी में समान समारोह का आयोजन किया गया। एक ही समय पर दो कार्यक्रम के चलते पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के समन्वयक तथा कार्यकर्ताओं ने खुद को नाराज बताया।