नवसारी। आरक्षण की मांग के साथ पाटीदार समाज पिछले कुछ महिनों से आंदोलन छेड़े हुए है। हार्दिक पटेल के बाद पाटीदारों में कई नए संगठन बने। जिसमें से एक अखिल भारतीय पाटीदार परामर्श समिति की ओर से दूसरी बार नवसारी के गांधी स्मृति फाटक से ऐतिहासिक दांडी तक दांडी यात्रा निकालने की तैयारी की गई।
लेकिन प्रशासन से मंजूरी नहीं मिलने पर पाटीदार दांडी यात्रा नहीं कर पाए। हालांकि रविवार अलसुबह से जिला पुलिस के आला अधिकारियों के साथ पुलिस बल तैनात रहा। उधर, शेलडीया ने पुलिस अधिकारियों को कहा यात्रा के लिए नहीं आएंगे।
अखिल भारतीय पाटीदार परमार्श समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष व वकील केडी शेलडीया ने 6 मार्च को नवसारी के गांधी स्मृति फाटक से ऐतिहासिक दांडी तक दांडी यात्रा और नमक सत्याग्रह स्मारक पर गांधी कथा की मंजूरी मांगी थी। जिसका जलालपोर के तटीय क्षेत्र के करीबन 24 गांवों के लोगों ने विरोध जताते हुए यात्रा को मंजूरी नहीं देने की मांग के साथ कलक्टर को ज्ञापन सौंपा था।
दो समाजों के बीच घर्षण होने की संभावना व कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिला कलक्टर रैया मोहन ने पाटीदारों की दांडी यात्रा को नामंजूर कर दिया था।
लेकिन मंजूरी के बिना भी पाटीदार दांडी यात्रा निकालेंगे, ऐसी संभावना को देखते हुए शनिवार रात से जिला पुलिस ने आला अधिकारियों के साथ पुलिस जवानों को यात्रा के रुट पर तैनात किया था। रविवार अलसुबह से दांडी की ओर जानेवाले सभी चार पहिया वाहनों की कडी जांच की गई। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी गांधी स्मृति फाटक के पास एक भी पाटीदार नहीं दिखा।
काफी देर होने के बाद मौके पर तैनात एक पुलिस अधिकारी ने दांडी यात्रा की मंजूरी मांगने वाले के. डी. शेलडीया को फोन कर पूछा कि आप दांडी यात्रा करेंगे या नहीं। तब शेलडीया ने मंजूरी नहीं मिलने से यात्रा रद्द की होने की बात की। जिससे पुलिस ने राहत की सांस ली। हालांकि दोपहर तक मौके पर पुलिस बंदोबस्त लगा रहा।