नई दिल्ली/रायपुर। छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर निवासी नूर सिद्दीकी को बेंगलुरु पुलिस ने चर्चस्ट्रीट विस्फोट मामले में पूछ-ताछ की है।
पुलिस को इस बात का भी संदेह है कि 2013 के अक्टूबर माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना के गांधी मैदान की रैली में जिस किस्म के बम का इस्तेमाल किया गया था वैसा ही बम गत वर्ष दिसंबर में हुए चर्च स्ट्रीट धमाके में भी इस्तेमाल किया गया है।
रिपोर्ट कहती है कि न सिर्फ पटना के गांधी मैदान विस्फोट में बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमले की साजिश भी हैदर ने उमेर के कहने पर ही रची थी ।
इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की चार्जशीट से पता चला है कि बोधगया ब्लास्ट के बाद हैदर अली नई दिल्ली-गया एक्सप्रेस को बम धमाके से उड़ाने की फिराक में था।
लेकिन उमेर द्वारा यह कहने पर कि बोधगया विस्फोट दुनिया भर के बौद्घ समुदाय के लोगों को भयभीत करने के लिए काफी है, इन लोगों ने इरादा बदल दिया।
प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करने के लिए इन लोगों ने कानपुर, पटना, दिल्ली, अंबिकापुर समेत देश में कई स्थानों पर रेकी की थी। लेकिन साजिश में शामिल रायपुर के ही रहने वाले दाउद खान के डर जाने से उन्हें अपना इरादा बदलना पड़ा।
यह भी दिलचस्प था कि पटना के गांधी मैदान और बोधगया विस्फोट में ज्यादातर आरोपियों ने जिन सिम कार्ड का इस्तेमाल किया, वो छत्तीसगढ़ से ही हासिल किए गए थे।