भोपाल। प्रदेश के पटवारियों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं, क्योकि अब जबलपुर हाईकोर्ट ने हड़ताल को गलत ठहराया है।
उधर, पटवारियों की वित्त मंत्री जयंत मलैया और मंत्री रामपाल सिंह से हुई चर्चा विफल बताई जा रही है। सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए उन्हें हड़ताल समाप्त करने और तत्काल काम पर लौटने का अल्टीमेटम दे दिया है।
गुरुवार को जबलपुर हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि पटवारियों की हड़ताल गलत है, इसे कहीं से भी उचित नहीं माना जा सकता है। इसके पहलेे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पटवारियों के आंदोलन को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि किसानों को संकट के इस दौर में सभी की मदद की जरूरत है। ऐसे में पटवारियों की हड़ताल के कारण किसानों का मुआवजा वितरण कार्य प्रभावित हो रहा है।
अब सरकार की ओर से यह साफ कर दिया गयाहै, कि वह पटवारियों की कोई मांग नहीं मानेगी। बतादें कि पटवारियों के हड़ताल पर जाने के कारण किसानों को खेतों की किताबें नहीं मिल पा रही हैं।
चूंकि बीज लेने से लेकर किसी मामले में जमानत देने में खेत की किताब ही काम आती है। इसलिए जिन किसानों के पास किताब नहीं हैं और वे पहले आवेदन दे चुके हैं, उन्हें किताबें नहीं मिल रही है। इसके अलावा कई शासकीय कार्यों को भी हड़ताल का खामियाज़ा भुगतना पड़ रहा है।