

जम्मू। जम्मू एवं कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के बीच सहमति बन गई है। जल्द ही दोनों पार्टियों के नेता राज्यपाल एनएन वोहरा से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। इसके बाद महबूबा मुफ्ती राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनेगी।
जम्मू एवं कश्मीर भाजपा के विधायकों की शुक्रवार को हुई बैठक में भाजपा विधायक निर्मल सिंह को राज्य का उप-मुख्यमंत्री बनाने को लेकर सहमति बनी।
बैठक में भाजपा केंद्रीय महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राममाधव, राज्य में भाजपा अध्यक्ष सतपाल शर्मा और पूर्व उप-मुख्यमंत्री निर्मल सिंह शामिल हुए। वहीं पीडीपी के विधायकों ने गुरूवार को ही बैठक कर महबूबा मुफ्ती को विधायक दल का नेता चुन लिया था।
बैठक के बाद राज्य भाजपा प्रभारी सतपाल शर्मा ने कहा कि पीडीपी से कुछ मुद्दों पर बात होनी बाकी है इसलिए हम अभी राज्यपाल से मिलने नहीं जा रहे हैं। बातचीत होने के बाद दोनों दल के नेता राज्यपाल से मिलने जाएंगे।
दोनों दलों में जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर चल रही बातचीत पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पुरानी प्रतिबद्धताओं के साथ जम्मू-कश्मीर में बहुत जल्द पीडीपी और भाजपा की सरकार बनने वाली है।
महबूबा मुफ्ती राज्य की पहली मुख्यमंत्री के रूप में 29 मार्च को शपथ ले सकती हैं। महबूबा ने खुद को नेता चुनने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि मेरे नेतृत्व में आप लोगों ने जो आस्था जताई है, मैं उसे कभी भंग नहीं होने दूंगी। मैं अपने पिता के मिशन को पीडीपी के एजेंडे को आगे ले जाते हुए हमेशा अवाम के लिए काम करूंगी।
वहीं दूसरी तरफ जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला ने महबूबा मुफ्ती पर लोगों का समय बर्बाद करने का आरोप लगाया है। उमर अबदुल्ला ने कहा कि जब महबूबा को भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनानी ही थी तो जनता को ढाई महीने का इंतजार क्यों करवाया?