श्रीनगर/नई दिल्ली। हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में शुरु हुए तनाव व हिंसा के मद्देनजर सोमवार को भी कर्फ्यू जारी है और जनजीवन पूरी तरह ठप है।
तनाव और हिंसा के बीच पुलवामा में पीडीपी विधायक मोहम्मद खलील बंद की गाड़ी पर पत्थरों से हमला किया जिसमें वह गंभीर रुप से घायल हो गए, जिन्हें श्रीनगर के आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह हमला उस दौरान हुआ जब विधायक श्रीनगर जा रहे थे, तभी भीड़ ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और पत्थर फेंके। वाहन के कांच फूट गए और विधायक को चोट पहुंची।
पुलिस और सेना के जवानों ने भीड़ को अलग किया और विधायक को बचाकर श्रीनगर रवाना किया। श्रीनगर के आर्मी अस्पताल में भर्ती पीडीपी विधायक का हाल जानने के लिए खुद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी वहां पहुंची।
इससे पहले कश्मीर में तनाव की स्थिति लगातार बनी हुई है और हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं। दक्षिणी कश्मीर में तनाव और हिंसा की स्थिति को देखते हुए क्षेत्र के कई जिलों में 11 दिन से कर्फ्यू लगा है।
घाटी में सभी स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय 24 जुलाई तक बंद हैं। राज्य लोक सेवा आयोग (पीएससी) के नौकरी साक्षात्कारों को भी स्थगित कर दिया गया है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग लगभग सप्ताह भर से बंद होने से घाटी में जरूरी सामानों की कमी हो गई है। कश्मीर के बारामूला और जम्मू के बनिहाल के बीच रेल सेवाएं सोमवार को 11वें दिन भी स्थगित हैं।
कश्मीर मे बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दो हजार अतिरिक्त जवान घाटी भेज रही है। सीआरपीएफ की 20 नई कंपनियां हालात सामान्य बनाने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस को सहयोग देगी। इससे पहले भी केंद्र सरकार की ओर से 2800 सीआरपीएफ जवान कश्मीर भेजे गए हैं।
सरकार के प्रवक्ता नईम अख़्तर के अनुसार समाचार पत्रों के मालिकों से 19 जुलाई तक समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं करने को कहा गया है। हालांकि, केबल टेलिविजन सेवाएं बहाल हो गई हैं। घाटी में सभी मोबाइल फोन सेवाएं, इंटरनेट और अन्य सेवाएं ठप्प पड़ी हैं। भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) के पोस्ट-पेड सेल फोन पर सीमित कॉल सेवा दी जा रही है।
हिंसा की घटनाओं में अबत तक 41 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। शुक्रवार को प्रदर्शनकारी भीड़ ने मुखबिरी के शक में उस घर को भी जला दिया था, जहां बुरहान वानी का एनकाउंटर हुआ था। अलगाववादियों द्वारा बुलाए बंद के मद्देनजर सोमवार को लगातार 11वें दिन भी कर्फ्यू जारी है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
नईम अख्तर ने यह भी बताया कि 8 जुलाई से जारी प्रदर्शनों में अब तक 1900 लोग ज़ख्मी हुए थे, जिनमें से 1700 को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। गंभीर रूप से घायल 300 लोगों की सर्जरी भी की गई थी।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि रविवार पहला दिन था जब किसी भी तरह की हिंसक वारदात में कोई नागरिक हताहत नहीं हुआ। घाटी में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से ही नौ जुलाई से हिंसा का माहौल है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक हिंसक भीड़ ने रविवार को बांदीपोरा जिले के सदरकोट क्षेत्र में राष्ट्रीय राइफल्स के शिविर पर हमला कर दिया। सैनिकों को आत्मरक्षा के लिए गोलियां चलानी पड़ी। इस घटना में चार प्रदर्शनकारी घायल हो गए। कुछ स्थानों पर पत्थर फेंकने की घटनाओं को छोड़कर रविवार को घाटी में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति शांत रही।