लखनऊ। राजधानी में पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर एक युवती ने शारीरिक उत्पीड़न का आरोप लगाया। पीड़ित परिजनों ने अध्यक्ष के खिलाफ थाने में तहरीर दी।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए युवती को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया और जांच शुरु कर दी। संतकबीरनगर के एक गांव के रहने वाले एक किसान ने बताया कि उनकी बेटी हाईस्कूल की छात्रा है। उन्होंने बताया कि मामला बीते साल 2012 की है।
पीस पार्टी द्वारा एक जनसभा का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अय्यूब खां पहुंचे। उन्हे सुनने के लिए किसान परिवार भी गया। इस दौरान घर वाले जब अय्यूब से मिलने गए तो उन्होंने बेटी के बारे में पूछा। आरोप है कि अध्यक्ष ने उनसे कहा कि बेटी पढ़ने में तेज है उसे डाक्टरी की पढ़ाई करवाओ तो भविष्य बन सकता है उसमें वह उनकी मदद करेंगे।
मदद मिलने पर किसान बेटी को पढ़ने के लिए अध्यक्ष के घर भेजने लगा। आरोप है कि इसका फायदा उठाकर अय्यूब ने बेटी के साथ शारीरिक संबध बनाए। चार वर्षां तक अध्यक्ष ने बेटी के साथ उत्पीड़न किया। परिवार की बदनामी और अपने भविष्य को देखते हुए छात्रा ने किसी से कोई भी बात नही बताई।
अपने को संभालने के लिए युवती दवाएं लेना शुरु कर दिया, जिससे उसकी किडनी में स्टोन हो गया और पिछले 8 माह से रक्तस्त्राव हो रहा है। बेटी की हालत देखकर परिजनों ने उसे इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया।
इसके बाद डाक्टरों से उन्हे इसकी जानकारी हुई तो बेटी ने फफक-फफक कर अध्यक्ष की करतूतों की आप बीती बयां की। पीड़ित परिवार ने थाने में राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ तहरीर दी।
थाना प्रभारी का कहना है कि युवती का मेडिकल कराया गया है, रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सही जानकारी होगी मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। वहीं इस संबंध में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अय्यूब ने समाजवादी पार्टी की साजिश बताई है।
उन्होंने बताया कि 2012 के विधान सभा चुनाव में भी ऐसी हवा उड़ी थी तब सुमित्रा नाम की लड़की ने ऐसे ही गंभीर आरोप लगाए थे। यह मामला कोर्ट में जाने के बाद जांच हुई तो फर्जी पाया गया इसके सारे दस्तावेज भी उनके पास हैं। अगर इसकी जांच गहनता से होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा, मुझ पर जो आरोप लगे है वह निराधार है।