नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने एक अमरीकी शोधार्थी का बयान दर्ज करने का काम गुरुवार को पूरा कर लिया। अमरीकी शोधार्थी ने बॉलीवुड फिल्म ‘पीपली लाइव’ के सह-निर्देशक महमूद फारूकी पर बलात्कार का आरोप लगाया था।
अमरीकी नागरिक का गत 14 सितंबर से अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजीव जैन के समक्ष परीक्षण किया जा रहा है और उसने फारूकी के खिलाफ बलात्कार के आरोपों को दोहराया। अदालत सूत्रों के अनुसार बंद कमरे में सुनवाई के दौरान महिला अपने रख पर कायम रही और अभियोजन के मामले का समर्थन किया।
अदालत के आगामी पांच अक्तूबर को पांच पुलिस अधिकारियों का अभियोजन पक्ष के गवाह के तौर पर परीक्षण करने की संभावना है। इससे पहले महिला ने कहा था कि कथित बलात्कार की घटना के बाद उसके और फारूकी के बीच नौ ई-मेल का आदान-प्रदान हुआ, जिसमें उसने फारूकी ने माफी मांगी थी।
उसने यह भी बताया कि कैसे उसने दक्षिण दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कालोनी थाने में फारूकी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। अदालत सूत्रों ने बताया कि शोधार्थी ने अदालत से कहा कि वह अपने मित्र के साथ थाने गई थी, शिकायत लिखा और उसके और फारूकी के बीच हुए ई-मेल के आदान-प्रदान को पुलिस को सौंपा।
गत नौ सितंबर को अदालत ने फारूकी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 बलात्कार के तहत आरोप तय करने के बाद मामले में मुकदमा शुरू किया था। फारूकी ने अपने खिलाफ सभी आरोपों का खंडन किया था।
पुलिस ने 29 जून को फारूकी के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। आरोप पत्र में कहा गया था कि फारूकी ने इस साल 28 मार्च को दक्षिण दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित अपने आवास में कोलंबिया विश्वविद्यालय की 30 वर्षीय शोधार्थी से कथित तौर पर बलात्कार किया।