लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी एमएलसी और एमएलए को लालच देकर तोड़ रही है। भाजपा जनता के बीच जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
बिहार में इन लोगों ने राजनीतिक भ्रष्टाचार किया और अब गुजरात में कांग्रेस को तोड़ने में लगे हैं। अखिलेश ने कहा कि एमएलसी तोड़ना राजनीतिक भ्रष्टाचार है। बुक्कल नवाब अगर कैद नहीं हुए होंगे, तो मैं उनसे पूछूंगा कि क्या कारण है।
उन्होंने कहा कि अगर मायावती चुनाव लड़ती हैं, तो मैं केवल इतना कहूंगा कि समाजवादियों के सबसे अच्छे संबंध हैं। परिस्थिति के अनुसार राजनीति में किसकी कब मदद करनी पड़े, उसके लिए तैयार रहना चाहिए।
शनिवार सुबह समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। सपा के एमएलसी और राष्ट्रीय शिया समाज के संस्थापक सदस्य बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
इसके अलावा बसपा के एमएलसी जयवीर सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है। बसपा से इस्तीफा देने के बाद जयवीर सिंह भाजपा में शामिल हो गए हैं।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शनिवार को ही लखनऊ पहुंचे। शाह के लखनऊ आते ही सपा को बड़ा झटका लगा। इसे शाह का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। इस घटनाक्रम को कुछ मंत्रियों को एमएलसी बनाने का रास्ता माना जा रहा है। रिक्त सीट पर भाजपा नेता उपचुनाव लड़ सकते हैं।