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होली की हुड़दंग, धुलेंडी पर छाई रंगों की मस्ती - Sabguru News
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होली की हुड़दंग, धुलेंडी पर छाई रंगों की मस्ती

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होली की हुड़दंग, धुलेंडी पर छाई रंगों की मस्ती
people enjoying festival of colours holi
people enjoying festival of colours  holi
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इंदौर/लखनऊ। होली की मस्ती में शुक्रवार को भी लोग डूबे नजर आ रहे। रंगों का त्यौहार धूमधाम से बनाया जा रहा है। चहुंओर होली की हुड़दंग देखने को मिल रही है।

बच्चे-बुढ़े, जवान, यहां तक कि महिलाएं भी अपने घरों से निकलकर होली खेलते हुए मस्ती के रंग से सराबोर हैं। बच्चे और युवकों की टोलियां गली-गली घूमकर लोगों को रंग लगा रहे हैं, वहीं बड़े-बढ़े गुलाल लगाकर एक दूसरे को होली की शुभकामनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं। आज पूरा माहौल ही होलीमय हो गया है।

रंग और मस्ती के पर्व होली के कारण बुधवार से प्रदेशभर में उत्सवी माहौल था। शहर भर में सैकड़ों स्थानों पर होली सजायी गई थीं। दिन भर लोग पर्व की खरीदी में व्यस्त रहे। शुक्रवार को धुलेंडी धूमधाम से मनाते हुए लोग होली की मस्ती में डूबे हैं। धुलेंडी पर्व पर अधिकांश लोग गुलाल से ही होली खेलते है। गुरुवार को दिन भर बाजार में रौनक रही।लोगों ने पूजन सामग्री,गेहू की बालियां खरीदी। शाम को हिन्दू घरों में पकवान बनाकर महिलाओं ने होली का पूजन कर नैवेद्य लगाया। इसके बाद होलिका दहन किया गया।
होली का त्यौहार रंगो का त्योहार माना जाता है। इसी क्रम में लोग बाजार से रंग गुलाल आदि खरीदकर एक दूसरे को लगाकर होली की बधाई देते हैं। इन्ही रंगों की दुकाने बाजार में सजी हुई हैं। सूखे रंग और रंग- बिरंगे गुलाल का उपयोग ज्यादा होने से खुशबुदार रंगों बाजार में उपलब्ध हैं। वैसे तो हर त्यौहार पर मिठाई, गुलाब जामुन आदि का उपयोग एक दूसरे का मुह मीठा कराने के लिए किया जाता है। लेकिन होली पर विशेष रुप से घीवर (बड़े आकार की जलेबी) का उपयोग भी किया जाता है। वहीं प्रसाद के रुप में शकर से बने हरकांकना का उपयोग भी किया जाता है। ये मिठाई भी लोग खरीदने के लिए बाजारों में आ रहे हैं।
होली के त्योहार को रंग और प्यार का त्योहार कहा जाता है इस दिन गम मे लीन परिवारों में बैठने और रंग डालनें की भी परंपरा है। हर साल ये त्यौहार शांति के साथ मनाया जाता है। इस साल त्यौहार में किसी भी प्रकार की हुड़दंग से बचने के लिए पुलिस भी सतर्क है। रात में चेकिंग कर नशेडिय़ों पर विशेष नजर रखी गई और सुबह से पुलिस प्रशासन चौकन्ना है।
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी आकाश त्रिपाठी ने मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 62 के तहत 6 और 10 मार्च,2015 को होली त्यौहार के मद्देनजर शुष्क दिवस घोषित किया है। जारी आदेशानुसार 6 मार्च और 10 मार्च, 2015 को जिले में देशी और विदेशी मदिरा की फुटकर विक्रय की समस्त दुकानें सुबह दुकान खोले जाने के समय से लेकर शाम 4 बजे तक बंद रहेंगी।
एक दिन पहले ही रंगों की मस्ती में डूबे
शहर के कॉलेज, स्कूल, कोचिंग क्लास आदि में एक दिन पहले ही छात्र-छात्राओं ने जमकर होली खेली और एक-दूसरे को रंग लगाकर रंगों की मस्ती में डूब गए। जिन शैक्षणिक संस्थानों में गुरूवार से अवकाश घोषित किया गया, वहां पर बुधवार को ही होली की धूम मची। शुक्रवार को शहर में जगह-जगह पर धुलेंडी का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
हुड़दंग तो होगी कार्रवाई
होलिका दहन के बाद शुक्रवार को मनाए जाने वाले रंगों के मस्ती भरे त्योहार धुलेंडी को लेकर पुलिस ने भी अपनी तैयारी कर ली है। रंगों के त्योहार पर हुड़दंग करने वालों पर पुलिस कार्रवाई करेगी। डीआइजी राकेश गुप्ता ने बताया कि सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में जवानों के साथ सतत नजर रखे। त्योहार के दौरान किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी करता दिखे तो उस पर कार्रवाई करते हुए सीधे थाना पहुंचाया जाए। इसके अलावा शहर में 27 स्थानों पर बेरिकेट्स लगाकर चेकिंग की जाएगी। वहीं शराब पीकर वाहन चलाने व दो पहिया वाहनों पर तीन सवारी बैठाने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पीसीआर वैन के अलावा 40 मोबाइल टीमें भी शहर में लगातारा गश्त करेगी और कहीं पर ाी विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल वहां पहुंच जाएगी। जबर्दस्ती रंग लगाने और छेड़छाड़ करने वालों को तत्काल गिर तार करने के निर्देश भी वरिष्ठ अधिकारियों ने दिए हैं।

 

 

लखनऊ

सामाजिक संगठन, व्यापारिक संगठन और धार्मिक संगठनों ने जमकर होली खेली। इस दौरान फिजा में अबीर और गुलाल उड़ाते रहे।लाटूश रोड, कैसरबाग, डालीगंज, आलमबाग, विपिनखण्ड, मानक नगर आदि इलाकों में लोगों ने जमकर होली खेली। व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों ने ठंडाई का वितरण भी किया और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर बधाई दी। कोनेश्वर मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं ने आपस में जमकर होली खेली। महिला संगठनों ने भी होली मिलन समारोह का आयोजन किया और जमकर मस्ती की। राजेन्द्र नगर मोहाल के मंदिर में महिलाओं ने राधा रानी और कान्हा संग फूलों की होली खेली इसके बाद एक दूसरे को रंग लगाया। भगवान शिव को भी रंग, अबीर और गुलाल अर्पित किया।