वाशिंगटन। जो लोग मनहूस माहौल में रहते हैं, उनके महीने के एक चौथाई दिन अधिक उदासी में बीतते हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग उपनगरों में रहते हैं वे गांवों में और कस्बों में रहने वाले लोगों की अपेक्षा अधिक खुश रहते हैं।
अमेरिका की पेनसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर स्टीफन गोएट्ज ने कहा कि यह न केवल संयुक्त राष्ट्र के लिए बल्कि पूरी दुनिया में एक वास्तविक चिंता का विषय है। अध्ययन में पता चला है कि मानसिक रूप से अस्वस्थ लोग एक माह में 8.3 दिन नकारात्मक मनोस्थिति में बिताते हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार, वे लोग जो मानसिक रूप से स्वस्थ जगहों पर रहते हैं वे हर माह आधे दिन से भी कम समय के लिए नकारात्मक मन:स्थिति में रहते हैं।
गोएट्ज ने उल्लेख किया कि उपनगरों में रहने वाले लोग नौकरियों और उन सभी सुविधाओं के करीब होते हैं जो बड़े शहर प्रदान कर सकते हैं, लेकिन वे भी कस्बों के तनाव से काफी दूर हैं।
गोएट्स के अनुसार, शोध में जो एक अन्य महत्वपूर्ण परिणाम निकलर आया है कि जो लोग लंबी दूरी की यात्राएं करते हैं, उनमें मानसिक अस्वस्थता ज्यादा दिनों तक रहती है, फिर चाहे वे गांवों में रहते हों, कस्बों में या उपनगरों में। अध्ययन के मुताबिक संगठित समुदायों के लोग भी अधिक खुश रहते हैं।
इस शोध के लिए शोधकर्ताओं ने मंदी से पहले 2002 से 2008 के बीच अमेरिका की जनगणना के आंकड़ों और अन्य प्रासंगिक स्त्रोतों से जानकारी एकत्रित की। यह शोध पत्रिका “सोशल इंडीकेटर्स रिसर्च” में ऑनलाइन प्रकाशित हुआ है।