पणजी। परफ्यूम विशेषज्ञ मोनिका घुर्दे की हत्या के मामले में गोवा पुलिस ने फरार आरोपी को पकड़ने के लिए कुछ सुरागों के आधार पर पड़ोसी राज्यों में अपनी टीमें भेजी हैं।
पुलिस उप महानिरीक्षक विमल गुप्ता ने कहा, हम जल्द ही मामला सुलझा लेंगे। हम अलग अलग थ्योरी पर काम कर रहे हैं। कल हमने पड़ोसी राज्यों सहित विभिन्न जगहों पर अपनी टीमें भेजीं।
गत छह अक्तूबर को सानगोल्डा गांव में किराये के एक घर में 39 साल की फोटोग्राफर-परफ्यूम विशेषज्ञ का शव पाया गया था। पुलिस को संदेह है कि पांच अक्तूबर की दोपहर से रात के बीच किसी समय मोनिका के साथ बलात्कार किया गया और उनकी हत्या की गयी क्योंकि वह उस समय से किसी के संपर्क में नहीं थी।
पुलिस डकैती के पहलू को खारिज कर रही है क्योंकि मोनिका के फ्लैट से कुछ भी गायब नहीं है जिससे यह लग रहा है कि हत्यारा मोनिका का जानने वाला हो सकता है।
गुप्ता ने कहा कि मोनिका मूल रूप से नागपुर की रहने वाली थी और उसने तमिलनाडु के फोटोग्राफर भरत राममरूतम से शादी की थी। लेकिन पति से अलग होने से पहले पणजी के पास पोरवोरिम इलाके में रहती थी और बाद में सानगोल्डा में रहने लगी।
डीआईजी ने कहा, पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि वह जुलाई में सानगोल्डा आ गयी थी और तब से अकेले रह रही थी। उन्होंने कहा कि पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है जिसे मौत की सही वजह का पता चलेगा।
गुप्ता ने कहा कि हत्या का पता तब चला जब छह अक्तूबर को मोनिका की घरेलू सहायिका वहां आयी और घर का दरवाजा बंद देखा। बार बार दरवाज खटखटाने के बाद भी जब मोनिका ने कोई जवाब नहीं दिया तो उसने मुंबई में रहने वाले मोनिका के भाई आनंद को फोन किया।
आनंद ने फिर भरत को और मोनिका की पड़ोसी एक अमेरिकी महिला को फोन किया जिसके पास घर की दूसरी चाभी थी। उस चाभी से घर का दरवाजा खोलने के बाद अंदर शव पाया गया। घटना को लेकर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मोनिका ने अपनी परफ्यूम बनाने वाली कंपनी मो लैब स्थापित की थी। वह गोवा के सोशल सर्किट का हिस्सा थीं।