इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पेशावर में गत मंगलवार को सैनिक स्कूल में 142 लोगों की नृशंस हत्या के मास्टरमाइंड कुख्यात आतंकवादी संगठन तालिबान के कमांडर खलीफा उमर मंसूर ने धमकी दी है कि अगर पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ जारी अभियान खत्म नहीं किया तो वह इसी तरह मासूमों से बदला लेता रहेगा।
पाकिस्तान में तहरीक ए तालिबान के नाम से सक्रिय पाकिस्तान तालिबान ने एक दो मिनट का वीडियो अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर पोस्ट किया है। इस वीडियो में ल ंबी दाढी वाले इस कुख्यात कमांडर को धमकी देते देखा जा सकता है।
उमर मंसूर को स्लीम उमर नारे आदि नामों से जाना जाता है। वीडियो में उमर मंसूर ने जहर भरे शब्दाें में पेशावर में 131 बच्चों की हत्या को जायज ठहराते हुए कहा है कि अगर सेना के अभियान के दौरान हमारी औरतें और बच्चे इसी तरह शहीद होते रहेंगे तो तुम्हारे बच्चे भी नहीं बचेंगे। हम तुम्हारे खिलाफ इसी तरह लडेंगे कि अगर तुम हम पर हमला करोगे तो हम बेगुनाहों से बदला लेंगे।
बच्चों की हत्या को बदले की कार्रवाई कहते हुए उमर मंसूर ने कहा कि पाकिस्तानी सेना को आतंकवादियों के खिलाफ जारी अपना अभियान रोकना होगा। उसने कहा कि हम घोषणा करते हैं कि हम अब अपने हमलों में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करेंगे और उसी तरह बेपरवाह रहेंगे जिस तरह सेना अपने अभियान में रहती है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के मुताबिक उमर मंसूर ही स्कूल में सात घंटे तक चले कत्लेआम के दौरान हमलावरों को आदेश दे रहा था। हमलावरों ने कथितरूप से बच्चों की हत्या करने के बाद उसे फोन करके पूछा था कि अब आगे क्या करें। हमने सभी बच्चों की हत्या कर दी। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में अभी सबसे अधिक घृणित माना जाने वाला उमर मंसूर पाकि स्तान तालिबान के प्रमुख मुल्ला फजलुल्लाह का करीबी सहयोगी है। उमर मंसूर पाकिस्तान सरकार से किसी प्रकार के समझौते का कट्टर विरोधी है।
36 साल का उमर मंसूर जेहाद का कट्टर समर्थक है और वह अपने सिद्धांतों पर अडिग है। वह लड़ाकों के बीच बहुत लोकप्रिय है। उसे आतंकवादियों के बीच बहुत ही बहादुर माना जाता है। उमर मंसूर ने इस्लामाबाद से पढ़ाई की है। उसके दो और भाई हैं और उसने कराची में कुछ समय तक मजदूरी की है। वह 2007 में पाकिस्तान तालिबान में शामिल हुआ था। उसकी दो बेटियां और एक बेटा है। उसे वालीबॉल खेलना पसंद करता है। वह जहां भी रहता है, वहां वालीबॉल का नेट जरूर लगवाता है।