उज्जैन। श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा उज्जैन की भव्य पेशवाई शिवाजी पार्क स्थित उदासीन अखाड़े के आश्रम से बुधवार को प्रारंभ हुई। इष्ट देव उदासीनाचार्य भगवान श्री चंद्रदेव की पूजा अर्चना एवं प्रसादी वितरण के बाद पेशवाई प्रारंभ हुई।
पेशवाई में धर्म, आध्यात्म एवं भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिली। पेशवाई को देखकर हजारों श्रद्धालुओं को अलौकिक आनंद की अनुभूति हो रही थी। वहीं साधु संतों और देशभर से आए उदासीन संप्रदाय के साधु सन्यासियों का आशीर्वाद पाकर उज्जैनवासी अपने को धन्य महसूस कर रहे थे।
प्रभारी मंत्री भूपेंद्रसिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव एवं प्रवक्ता केके मिश्रा एवं अन्य जनप्रतिनिधियों तथा संभागायुक्त डॉ. रवींद्र पस्तौर ने भी अलखमेहर धाम आश्रम पहुंचकर पेशवाई में शामिल महामंडलेश्वर, महंतों से भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
श्री पंचायती बड़ा उदासीन की भव्य पेशवाई में 25 आकर्षक झांकियों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। इनमें माता दुर्गा भारत माता, भगवान शिव पार्वती, समंद्र मंथन, भगवान विष्णु लक्ष्मी सहित अन्य देवी देवताओं की झांकियां आकर्षण का केंद्र रही।
पेशवाई में सैकड़ों महिलाएं सिर पर कलश लिए भजन गाते हुए चल रही थीं। पेशवाई में सबसे आगे ध्वजा लिए साधु संत चल रहे थे। उसके पीछे भगवान चंद्रदेव पालकी में सवार थे। उनके पीछे पांच सफेद घोड़े पर सवार साधु संत चल रहे थे।
पेशवाई में भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिली। राजस्थानी, गुजराती, पंजाबी लोक कलाकार अपनी वेशभूषाओं में ढोल ढमाकों के साथ आकर्षक लोकनृत्य करते हुए चल रहे थे।
पेशवाई में विभिन्न स्वांग धारी कलाकार भगवान शिव शंकर, भगवान विष्णु, हनुमान जी, राधाकृष्ण एवं अन्य देवी देवताओं का रूप लिए हुए शामिल हुए।
पेशवाई में महामंडलेश्वर गुरु शरणानंद, पीठाधीश्वर सुमज्ञ मुनिजी महंत धर्मप्रकाश, पीठाधीश्वर महंत दिव्यांबर मुनि, महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश दास जी, श्रीमंत प्रकाश पुरी जी, महंत स्वामी आत्मदास जी उदासीन, महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनिजी हरिद्वार, महंत हंसरामजी भीलवाड़ा, सिद्धबाबा इंद्रदास पंजाब, स्वामी ब्रजानंद अवधूत उज्जैन, महंत विवेकशाह जी दिल्ली, महामंडलेश्वर संतोषानंद, स्वामी राघवानंदजी, श्रीमंहत श्यामदास के साथ ही उदासीन अखाड़े के मुख्य महंत महेश्वरदास, मंहत रघुमुनि, महंत दुर्गादास, महंत संतोष मुनि ने भी पेशवाई में शामिल होकर उपस्थित श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान किया।
इस भव्य पेशवाई में सड़क के दोनों ओर हजारों श्रद्धालुओं ने उदासीन संप्रदाय के साधु संतों के दर्शन कर उनपर पुष्पवर्षा की। पेशवाई में शामिल आठ बैंड मधुर धार्मिक स्वरलहरियां बिखेर रहे थे। पंजाबी भंगड़ा लोक नृत्य और पंजाबी बैंड भी लोगों को आकर्षित कर रहा था।
पांच घोड़े, दो हाथी और दो ऊंट तथा आठ बैंड, चार ढोल पार्टी ने भी अपनी प्रस्तुति से पेशवाई में चार चांद लगा दिए। पेशवाई शिवाजी पार्क से प्रारंभ होकर संत नगर, सिंधी कॉलोनी, टॉवर चौक, चामुंडामाता चौराहा, देवासगेट, मालीपुरा, फव्वाराचौक, नई सड़क, सतीगेट, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा, महाकाल, हरसिद्धि एवं घाटी उतरकर बंबई वालों की धर्मशाला, सिद्धसेन मार्ग होते हुए श्री चंद्र धर्मशाला दानीगेट से छोटी रपट होते हुए श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के नदी दरवाजा उज्जैन पहुंची।
पेशवाई मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठनों ने पुष्पवर्षा कर साधु संतों का स्वागत किया। साथ ही विभिन्न स्थानों पर पेशवाई में शामिल साधु सन्यासियों और श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क पेयजल की व्यवस्था की गई। पेशवाई में जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, उदासीन संप्रदाय के हजारों साधु संत गण विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधि, पत्रकार एवं मीडियाकर्मी उपस्थित थे।