नई दिल्ली। नोटबंदी की मार झेल रही जनता को अब एक और झटका लग सकता है। खबरों के मुताबिक पेट्रोल-डीजल की कीमत 7 रुपए लीटर तक बढ़ सकती है।
माना जा रहा है कि यह बढ़ोतरी दो चरणों में की जा सकती है। बताया जा रहा है कि इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के महंगा होने के बाद सभी ऑयल कंपनियों को फ्यूल की कीमत बढ़ानी पड़ेगी।
तेल जानकारों के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल महंगा होने और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए में कमजोरी के चलते पेट्रोल और डीजल में बढ़ोतरी होना तय है।
जानकारों के मुताबिक सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को पेट्रोल और डीजल के दाम में छह से सात रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है। कंपनियां 15 दिसंबर को तेल की कीमतों की समीक्षा करेंगी। जानकारों का कहना है कि सरकार दो बार में कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती है। ऐसा हुआ तो लगभग सात रुपए प्रति लीटर पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ सकते हैं।
दरअसल अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले 15 दिनों में क्रूड ऑयल (कच्चा तेल) के दाम 15 फीसदी चढ़ चुके हैं। इसीलिए माना जा रहा है कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। गौर हो कि 2001 के बाद तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक के सदस्यों के बीच पहली बार क्रूड ऑयल के प्रोडक्शन को घटाने पर सहमति बनी है।