नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट से तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल के दाम दो रूपए 42 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत सवा दो रू पए प्रति लीटर घटाने की घोषणा की है। नई दरें शुक्रवार मध्य रात्रि से लागू हो गई।
कीमतों में कटौती के बाद पेट्रोल के दाम दिल्ली में 44 माह के न्यूनतम भाव 58.91 रूपए प्रति लीटर रह जाएंगे। यह दाम दो मार्च 2011 के बाद पहली बार 60 रूपए प्रति लीटर से कम हुई हैं। उस समय पेट्रोल 58.37 रूपए प्रति लीटर था। डीजल के दाम 20 माह के बाद 50 रूपए प्रति लीटर से कम हुए हैं।
दिल्ली में डीजल अब 48.26 रूपए प्रति लीटर मिलेगा। इससे पूर्व 23 मई 2013 को डीजल की कीमत 49.69 रूपए प्रति लीटर थी। इससे पहले दिन में सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर दो-दो रूपए प्रति लीटर उत्पाद शुल्क बढ़ाया था।
सरकार की तरफ से दोनों ईधनों में उत्पाद शुल्क में यह लगातार चौथी बार बढ़ोतरी है। सरकार पेट्रोल पर 7.75 रूपए प्रति लीटर और डीजल पर साढे छह रूपए प्रति लीटर तक उत्पाद शुल्क बढ़ा चुकी है।
सरकार अगर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी नहीं करती तो इसका फायदा उपभोक्ताओं को मिलता। उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी किए जाने से अपने वित्त घाटे को 4.1 प्रतिशत के दायरे में रखने के सरकार के लक्ष्य को कुछ मदद मिलेगी और पिछली चार बार में की गई बढ़ोतरी से उसे 20 हजार करोड़ रूपए से अधिक राजस्व मिलने की उम्मीद है।
तेल विपणन कंपनियां अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमतों के आधार पर हर पखवाडे पेट्रोल और डीजल के दाम की समीक्षा कर इनमें बदलाव करती हैं। सरकार ने पिछले साल 18 अक्टूबर को डीजल के दाम नियंत्रणमुक्त कर दिए थे। इसके बाद से डीजल की कीमतों में यह पांचवीं बार कमी की गई है।
पांच बार के दौरान डीजल की कीमतों में 10.71 रूपए प्रति लीटर की कटौती की जा चुकी है। पेट्रोल को जून 2012 में ही सरकारी नियंत्रण से अलग कर दिया गया था। पिछले साल अगस्त से पेट्रोल की कीमत में यह नौवीं बार कटौती की गई है। तब से अब तक पेट्रोल 14.69 रूपए प्रति लीटर घट चुका है।
इससे पहले सरकार ने पिछले साल 16 दिसंबर को पेट्रोल और डीजल के दाम दो-दो रूपए प्रति लीटर की कमी की थी। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें पिछले साल जून की तुलना में 60 प्रतिशत से अधिक घटकर 45 डॉलर प्रति बैरल तक गिरने के बाद पिछले एक-दो दिन में कुछ मजबूत हुई हैं।