कुशीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुशीनगर के हवाई पट्टी मैदान में भाजपा की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए ग्रामीणों से मोबाइल फंक्शन सीखने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी बहुत तेज है।
जितनी तेजी से व्हाट्सअप करते हैं, उतनी ही आसानी से बैंक अकाउंट में जमा पैसों से सामान खरीद सकते हैं। आप इसे आसानी से सीख सकते हैं। ट्रेन की टिकट ऐसे ही ली जा रही है। पीएम ने युवाओं से ग्रामीणों को मोबाइल से बैंकिंग सिखाने की अपील करते हुए कहा कि कालेधन वालों के मंसूबो को सफल नहीं होने देंगे।
मोबाइल से लेन-देन सीखिये। पढ़े लिखे नौजवान इसे सीखें और गांव के लोगों को भी सिखाएं। श्री मोदी ने कहा कि अगर हम इस बार सफल हो गए तो देश में भ्रष्टाचार नहीं रहेगा। लोगों को नोट छिपाने का काम नहीं करना होगा।
उन्होंने कहा कि हम भ्रष्टाचार का रास्ता बंद करने के लिए नोटबंद कर रहे हैं। दूसरी ओर नोटबंदी से परेशान लोग भारत बंद का आह्वान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सभी स्वीकार करेंगे कि फैसला कठोर था, लेकिन परिणाम अच्छे आए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वर्ष 2014 में जब मैं काशी क्षेत्र के उत्तर से चुनाव लड़ रहा था तो उस समय सभा में इस भीड़ की आधी भीड़ भी नहीं आती थी। माताएं तो कभी नहीं आईं। इस बार माताएं भी आईं हैं और भीड़ भी है। मैं आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। मैं वादा करता हूं कि आपको कभी चोट नहीं पहंचने दूंगा।
भारत कृषि प्रधान देश है। किसान, गांव और खेती में अगर बदलाव लाया गया होता तो आज हर नौजवान सबल होता, हर गरीब खुश होता। भाजपा नीत सरकार गांव, गरीब, नौजवान, गरीब को समर्पित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां का किसान और गरीब किन-किन परिस्थितियों से गुजरा है आप से अच्छा कोई नहीं जानता।
मैं सेवा भाव से काम कर रहा हूं। देने वाला तो देशवासी हैं। देशवासियों का ऋण चुकाने आया हूं। देश वासियों ने मुझे बहुत दिया है। अब तक लोग चीनी मिलों से गिड़गिड़ाते थे कि चीनी गन्ना मूल्य भुगतान कर दो। पहली मीटिंग में अनुदान मांगा। बकायेदारों की सूची मांगी तो चीनी मिलों के कान खड़े हो गए। कहने लगे पैकेज नहीं चाहिए।
गन्ना किसानों का बकाया सीधे उनके खाते में चला गया। बिचौलियों के दिन लद गए। जिनके खाते बैंक में थे उनके खातों में सीधे बकाया भुगतान हुआ। प्रधानमंत्री ने कहा कि बंद हो रही चीनी मिलों में एथनाल बनाने का निर्णय लिया गया। यह सरकार समस्याओं का सामना करते हुए आगे बढ़ रही है।
विकास के लिए केंद्र सरकार लगातार काम कर रही है। अरबों-खरबों रुपए खर्च हो रहे हैं। बीमारियों से लड़ने को गोरखपुर में एम्स दिया गया है। किसानों को फर्टिलाइजर दिया है। यूरिया खाद पर प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले रात-रात भर कतार में लगे किसानों पर लाठी चार्ज होता था लेकिन पिछले एक साल में कहीं कतार नहीं लगी।
पुलिस ने लाठी नहीं चलाई। यह रातों-रात कैसे हो गया। यह इसलिए हुआ कि चोरी से खाद केमिकल कारखानों में भेजी जाती थी। उद्योगपति इसका उपयोग करता था। इसे रोकने को यूरिया को नीमकोटेड किया। इसका उपयोग केमिकल में नहीं किया जा सकता। इसका ख्याल पहले की सरकारों को भी था, लेकिन किसी भी सरकार ने ऐसा कदम उठाना जरुरी नहीं समझा।
उन्होंने कहा कि हमारे शरीर के स्वभाव के समान ही धरती का स्वभाव है। जिस प्रकार की जांच हमारे शरीर की होती है, वैसे ही धरती माता की जांच भी होती है। उस रिपोर्ट के आधार पर ही खेती करने का रास्ता खोला। स्वायल हेल्थ कार्ड इसे परवान चढ़ा रहा है। प्राकृतिक आपदाएं किसान को बर्बाद करती हैं। इसकी रक्षा में लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसान की भागीदारी बहुत कम है।
भारत सरकार ऐसी आपदा में किसान का सहयोग करेगी। बुवाई न कर आने वाले किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा। आपदा से अगर बुवाई प्रभावित हुई तो आंकलन कर इसका लाभ दिया जायेगा। मोदी ने कहा कि खेत में काटकर रखी गयी फसल भी अगर 15 दिन के भीतर नष्ट हुई तो इसका लाभ किसान को मिलेगा।
यूपी की सरकार और कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर आपसी झगड़े निपट गए हो तो फसल बीमा योजना को लागू करे। गंडक नहर प्रणाली की दुर्दशा ओर बोलते हुए मोदी ने कहा कि नहर से कूड़ा-कचरा निकालना राजनीति है क्या। यह किसान हित का काम है। सपा सरकार यह भी नहीं करना चाहती है।
नोटबंदी पर बोलते हुए कहा कि देश जो कालेधन से मुक्त कराने में कठोर निर्णय किया गया है। किसी भी बीमारी को दूर करने के लिए कड़वी दावा लेनी पड़ती है। थोड़ी दिक्कत हो रही है बड़े लोगों को बड़ी तकलीफ है, छोटे लोग तो थोड़े ही दिक्कत में हैं।