पटना/मुज़फ्फरपुर। बिहार में चुनाव प्रचार के बाद पीएम नरेंद्र मोदी पहली बार बिहार के दौरे पर थे, बिहार के चुनावों में मिली हार के बाद ये पहला मौका था जब एक दिन में दो जगहों पर किसी सरकारी कार्यक्रम में मोदी और नीतीश की मुलाकात हुई हो।
पटना में आयोजित पहले कार्यक्रम के दौरान दोनों दिग्गज नेताओं के बीच तल्खी दिखी तो राजनीति के पंडितों को भी लगा की माहौल भले ही मंच साझा करने का हो लेकिन मिजाज दोनों के पहले जैसे ही यानि परंपरागत विरोधी जैसे हैं, लेकिन गंगा के दोनों छोरों पर इन सियासी सुरमाओं के तेवर बिल्कुल अलग-अलग दिखे। पटना की तल्खी हाजीपुर जाते ही दोस्ती में बदलती दिखी।
नीतीश ने पटना एयपोर्ट पर प्रोटोकॉल के तहत पीएम की अगुआई की और फूलों का गुलदस्ता भेंट किया लेकिन पटना हाईकोर्ट के शताब्दी समापन समारोह में ही दोनों के बीच दूरियां देखने को मिली। ऐसा लगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ सियासी कड़वाहट जारी है।
वजह बनी वो तस्वीर या यू कहें कुर्सी की जगह। दोनों समारोह में मंच पर दूर-दूर बैठे दिखे। इसके बाद बारी आई हाजीपुर में हुए रेलवे के कार्यक्रम की। यहां मौसम का मिजाज बदला दिखा तो दोनों नेताओं के मिजाज भी।
दोनों की कुर्सियों का स्थान बिल्कुल एक दूसरे के करीब यानि अगल-बगल थी ऐसे में दोनों नेताओं ने एक दूसरे से काफी देर तक बात भी की। दोनों नेताओं के चेहरे पर दिखी मुस्कान के साथ भाव-भंगिमा का भी वहां उपस्थित भीड़ ने जोर-शोर से स्वागत किया।