नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मन की बात कार्यक्रम में छात्रों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए भारतीय महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर से प्रेरणा लेने की सलाह दी।
प्रधानमंत्री ने छात्रों को उदाहरण देते हुए कहा कि ज़्यादातर सफल खिलाड़ियों के जीवन की एक विशेषता है कि वो अनुस्पर्द्धा करते हैं। अगर हम सचिन तेंदुलकर का ही उदाहारण लें।
बीस साल लगातार अपने ही रिकार्ड तोड़ते जाना, खुद को ही हर बार पराजित करना और आगे बढ़ना। बड़ी अद्भुत जीवन यात्रा है उनकी, क्योंकि उन्होंने प्रतिस्पर्द्धा से ज्यादा अनुस्पर्द्धा का रास्ता अपनाया।
उन्होंने प्रतिस्पर्द्धा और अनुस्पर्द्धा के बीच अंतर बताते हुए कहा कि प्रतिस्पर्द्धा में पराजय, हताशा, निराशा और ईर्ष्या को जन्म देती है, लेकिन अनुस्पर्द्धा आत्मंथन, आत्मचिंतन का कारण बनती है। संकल्प शक्ति को दृढ़ बनाती है।
जब ख़ुद को पराजित करते हैं तो और अधिक आगे बढ़ने का उत्साह अपने-आप पैदा होता है। बाहर से कोई अतिरिक्त ऊर्जा की ज़रूरत नहीं पड़ती है।