नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्तांबुल में हुए आतंकी हमले की निन्दा करते हुए इसे अमानवीय तथा भयावह करार दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि इस्तांबुल में हुआ हमला अमानवीय और भयावह है। मैं इसकी कड़ी निन्दा करता हूं। पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध आतंकवादियों ने इस्तांबुल के अतातुर्क हवाईअड्डे के अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल को निशाना बनाया जिसमें 41 लोग मारे गए हैं और करीब 230 लोग घायल हुए हैं।
तुर्की सरकार के कानून मंत्री बेकिर बोजडाग के अनुसार इस हमले में हमलावरों ने कलाशिनकोव रायफल का इस्तेमाल किया है।
इससे पहले इस्तांबुल के गवर्नर वासिप साहिन ने कहा कि अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार तीन आत्मघाती हमलावरों ने इस हमले को अंजाम दिया है। पुलिस अतातुर्क हवाईअड्डे पर आगमन हॉल की सुरक्षा चौकी के पास दो हमलावरों को रोकने के लिए गोलियां चलाईं लेकिन दोनों ने खुद को उड़ा लिया।
तुर्की के राष्ट्रपति तईप एरडोगन ने कहा कि इस्तांबुल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आत्मघाती हमले में निर्दोष लोगों की हत्या करके तुर्की की ताकत को कम करके आंकने की कोशिश है।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि हमला किसी परिणाम को प्राप्त करने के उद्देश्य से नहीं किया गया है, बल्कि निर्दोष लोगों की हत्या कर देश के खिलाफ प्रचार करने की कोशिश है। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें उम्मीद है हमले के मद्देनजर आतंकवादी समूहों के खिलाफ दुनिया एक ‘निर्णायक रुख’ अख्तियार करेगी।
प्रधानमंत्री बिनाली यिल्दिरिम ने कहा है कि इस्तांबुल के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर आत्मघाती हमले के पीछे आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के हाथ होने की आशंका है।
इस हमले में मृतकों की संख्या 41 तक पहुंच गई है जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए है। कुछ घायलों को गंभीर चोटें आई है। उन्होंने कहा कि मृतको में विदेशी नागरिकों के शामिल होने की भी आशंका है।
इससे पहले गत वर्ष मार्च माह में ब्रुसेल्स एयरपोर्ट पर हुए आत्मघाती हमलों 16 लोग मारे गए थे। उसके कुछ पलों के अंतर पर बुसेल्स में ही मेट्रो ट्रेन में ऐसे हमले में भी 16 जानें गई थीं।