काबुल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शनिवार को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘गाजी अमानुल्लाह खान पदक’ से नवाजा गया। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने मोदी को सम्मानित किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया कि भाईचारे का एक सच्चा सम्मान। प्रधानमंत्री को अफगानिस्तान के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘अमीर अमानुल्ला खान अवॉर्ड’ से नवाजा गया।
मोदी शनिवार को अपने पांच देशों की यात्रा के पहले पड़ाव के तहत यहां पहुंचे। इसके बाद मोदी शनिवार को ही कतर के लिए रवाना होंगे, जो उनकी पांच देशों की यात्रा का दूसरा पड़ाव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पांच देशों की यात्रा के पहले चरण में अफगानिस्तान के हेरात में भारत की मदद से बने सलमा डैम का उद्धाटन किया। इस अवसर पर उनके साथ अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी भी मौजूद थे।
डैम के उदघटन के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-अफगानिस्तान के लिए यह ऐतिहासिक क्षण हैं और अफगानिस्तान के विकास में एक बड़ा कदम साबित होगा। उन्होंने कहा कि हमने केवल मात्र एक परियोजना का उद्घाटन नहीं किया बल्कि एक क्षेत्र को पुनर्जीवित किया है।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी ने उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की मदद से अफगानिस्तान का 40 साल पुराना सपना साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बांध के निर्माण में भारत के लोगों तथा सरकार के सहयोग से हेरात और भारत के प्राचीन संबंध एक बार फिर प्रगाढ़ हुए हैं।
गनी ने कहा कि यह बांध सहयोग और समृद्धि का एक नया अध्याय शुरू करेगा। हमारे लोग भारत को सड़कों, बांधों और 200 से अधिक छोटी विकास परियोजनाओं से संबद्ध पाते हैं।
इस बांध का निर्माण 1976 में किया गया था, लेकिन अफगानिस्तान में नागरिक युद्ध के दौरान इसे भारी क्षति पहुंची थी। बांध का निर्माण 1,500 भारतीय एवं अफगानी इंजीनियरों, तकनीशियों और अन्य पेशेवरों ने लगभग 1,700 करोड़ रुपए की लागत से किया है।
बांध पर लगे तीनों टर्बाइनों से 42 मेगावाट बिजली उत्पादित की जाएगी और इस पानी से लगभग 75,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी। अफगान-भारत मैत्री बांध अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में चिश्त-ए-शरीफ नदी पर बनी एक ऐतिहासिक ढांचागत परियोजना है।
1700 करोड़ रुपए की लागत से बना यह डैम अफगान के बड़े हिस्से में पेयजल उपलब्ध कराएगा और साथ ही 42 मेगावाट बिजली पैदा करेगी। माना जा रहा है कि मोदी अफगास्तिान के लिए भारत की तरफ से नए सहयोग की घोषणा भी करेंगे।
शनिवार से शुरू हुई पीएम की पांच देशों की यात्रा के दौरान एक नई तरह का रिकार्ड बनने जा रहा है। ऐसा कम ही हुआ है कि देश का पीएम पांच दिनों में ही पांच देशों की यात्रा करें। यह है कि यह यात्रा दक्षिण एशिया से शुरू होगी और खाड़ी होते यूरोप पहुंचेगी।
उसके बाद उत्तर अमरीका और दक्षिण अमरीका में यह यात्रा खत्म होगी। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को याद नहीं है कि किसी पीएम ने चार महादेशों की यात्रा पांच दिनों में पूरी की हो।