वाराणसी। वाराणसी में गंगा नदी के किनारे नाव और नाविक के बिना कोई रीति रिवाज और कर्मकांड पूरा नहीं होते। मौजूदा केंद्र सरकार को दो साल बाद ही सही लेकिन गंगा पर निर्भर गरीब नाविकों की याद आई है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे के दौरान नाविकों के बीच 11 ई-बोट बांटे।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने उद्बोधन की शुरुआत “हर हर महादेव ” के नारे के साथ की। मौके पर प्रधानमंत्री कांग्रेस पर निशाना साधने से भी नहीं चूके। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमीरों को देने वाली सरकार चली गई। गरीबों को देने वाली सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि देश में पहले वोट बैंक मजबूत करने वाली योजनाएं बनी थीं। देश मजबूत हो या न हो वोट बैंक मजबूत होना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने अपनी जनहित कारी योजनाओं का गुणगान करते हुए कहा कि 70 साल से बैंकों के दरवाजे गरीबों के लिए बंद थे। उनकी सरकार ने देश के 40 फिसदी लोगों के लिए बैंक के दरवाजे खोले। सरकार और बैंक गरीबों के लिए है।
उन्होंने कहा कि जनधन खातों में 35 हजार करोड़ गरीबों ने खाते खुलवाए। बैंकों के 60 प्रतिशत लाभ दलितों, आदिवासी और पिछड़ों को मिल रहा है। हमारी योजनाएं गरीब को मजबूत करती रहेंगी। अमीरों की गरीबी बहुत देखी अब गरीबों की अमीरी भी देखिये। साथ ही उन्होंने घोषणा की कि जनधन खातों में दो लाख का बीमा भी मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने बनारस के लोगों से अपील करते हुए कहा कि बनारस के लोग योजनाओं का ज्यादा लाभ उठायें। उन्होंने बनारस के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि बनारस के लोगों ने उन्हें देश की सबसे बड़ी पंचायत में भेजा। बनारस का प्यार प्रेरणा और ऊर्जा प्रदान करता है। कहा कि भोले बाबा और मां गंगा का आभारी हूं।
प्रधानमंत्री ने गंगा में किया नौका विहार
सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र ज्ञान प्रवाह से निकलने के बाद प्रधानमंत्री अस्सी घाट पहुंचे और ई-बोट से गंगा में नौका विहार किया तथा नाविकों से बातचीत भी की।
अस्सी घाट पर मंच पर लगी आग
प्रधानमंत्री के सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र ज्ञान प्रवाह से अस्सी घाट पहुंचने से पहले घाट पर बने मंच पर शार्ट सर्किट से आग लग गयी। हालांकि दमकल और विद्युत कर्मियों की मुस्तैदी से बड़ी घटना होने से टल गयी। विद्युत कर्मियों ने तुरंत मंच की बिजली काटी और सभी नेताओं को मंच से उतारा गया। इसके बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया।
सड़क मार्ग से सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र ज्ञान प्रवाह पहुंचे पीएम
डीरेका में ई-रिक्शा चालकों को ई-रिक्शा का वितरण करने के बाद प्रधानमंत्री वाराणसी के सामनेघाट स्थित सांस्कृतिक अध्ययन केंद्र ज्ञान प्रवाह सड़क मार्ग से पहुंचे। प्रधानमंत्री ने वहां ज्ञान प्रवाह संग्रहालय व मौर्य, गुप्तकालीन मूर्तियों का अवलोकन किया।
115 प्रबुद्धजनों से मुलाकात कर जाना वाराणसी का विकास
इससे पहले रविवार को बलिया (उत्तर प्रदेश) में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरूआत करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के डीरेका गेस्ट हाऊस मे 115 प्रबुद्धजनों से मुलाकात की। उन्होंने अलग ग्रुप में लोगों से मुलाकात कर वाराणसी के विकास की जानकारी ली। पीएम मोदी ने प्रबुद्ध जनों से चर्चा करते हुए कहा कि काशी की सड़कों को सरकार बनवाती है यहां की जनता उसके किनारे पेड़ लगाकर हरा भरा करे।
इस दौरान अंतरास्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्र ने पीएम के सामने स्टेडियम की मांग रखी। उसे ध्यान से सुनने के बाद इसपर विचार करने को कहा। इसके बाद मोदी ई रिक्शा में बैठकर डीरेका मैदान पहुंचे। जहां उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में हजार पात्र लोगों को ई रिक्शा वितरित किया।
प्रधानमंत्री ने 1000 लोगों को ई रिक्शा बांटे
भारतीय माइक्रो क्रेडिट संस्था के माध्यम से 1000 लोगों को ई रिक्शा बांटे गए। ई रिक्शा के दाम किश्तों में चालक अदा करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री से ई-रिक्शा चालकों की पत्नियां भी मिलीं। इसके बाद पीएम ने झंडी दिखाकर रिक्शा चालकों को रवाना किया।
भारतीय माइक्रो क्रेडिट के एडवाइजर प्रवीण सिंह ने बताया कि इंडिया में पहली बार ओला कैब बनारस में ‘रिक्शा ऑन कॉल’ के नाम से ऑनलाइन ई-रिक्शा की बुकिंग करेगी। साथ ही सभी रजिस्टर्ड रिक्शा पर मोबाइल एप के जरिए पहली बार बुक और ऑनलाइन पेमेंट की फैसिलिटी भी दी जाएगी।
ई- रिक्शा चालकों से प्रधानमंत्री ने की मन की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौपाल लगाकर ई- रिक्शा चालको से मन की बात की और उन्हें जीवन स्तर सुधारने के उपाय भी बताएं। स्किल इंडिया के तहत जिन्हें प्रशिक्षित किया जा चुका है या किया जाना है, उससे उनके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इसे उन्होंने बताया। पीएम मोदी ने 16 ई- रिक्शा चालकों को उन्होंने बैग दिया। जिसमें वर्दी, ई रिक्शा के कागजात आदि थे। इस अवसर पर ब्रिटेन के उच्चायुक्त डोमनिक एस्क्विथ भी मौजूद थे।
अदरक की चाय, खिचड़ी और दही का सेवन
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बलिया से लौटने के बाद डीरेका गेस्ट हाउस में कुछ आराम किया। गेस्ट हाउस में पीएम ने अदरक की चाय पीने के साथ ही खिचड़ी और दही का सेवन भी किया।
अस्सी से कांग्रेस पार्षद गोविन्द शर्मा हिरासत में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार को वाराणसी दौरे को लेकर सुरक्षा इंतजाम कड़े थे। सुरक्षा के मद्देनजर वाराणसी पुलिस ने अस्सी पार्षद गोविंद शर्मा को हिरासत में ले लिया। कांग्रेस के पार्षद गोविंद शर्मा के बारे में भेलूपुर थाना प्रभारी ने बताया कि वह पीएम का काफिला रोकने की बात कह रहे थे।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
प्रधानमंत्री के रविवार को वाराणसी दौरे के मद्देनजर यहां सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। प्रधानमंत्री की सुरक्षा संभालने वाले स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) कर्मी कुछ दिनों पहले ही शहर पहुंच गए थे।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने मोदी की सुरक्षा और सुचारू यातायात के लिए 15 पुलिस अधीक्षक, 23 सहायक पुलिस अधीक्षक, 58 उपाधीक्षक और निचले रैंक के सैकड़ों पुलिस कर्मियों को लगाया गया था।
इसके अलावा त्वरित कार्य बल, प्रोविंशियल आम्र्ड कांस्टैबुलरी (पीएसी) और होमगार्ड की कंपनियां भी तैनात थीं। गंगा घाट पर नौसेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और पीएसी के गोताखोरों को तैनात किया गया था।