जामनगर। देश के प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार नरेंद्र मोदी अपने गृहनगर वडनगर पहुंचे। वे सबसे पहले अपने बीएन हाईस्कूल गए, जहां शिक्षा ग्रहण की थी। वहां उन्होंने मौजूद सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और गाड़ी से उतरकर सबसे पहले अपने स्कूल की माटी को छूकर नमन किया। जमीन पर बैठकर स्कूल की मिट्टी का तिलक अपने माथे पर लगाया।
वडनगर एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए और बोले कि अपनों के बीच आने की अनुभूति अलग ही होती है। उन्होंने कहा कि मैं यहां से नई ऊर्जा लेकर जा रहा हूं और जोश से काम करूंगा। इस दौरान पीएम ने कहा कि मैं अपने प्रयासों में कभी कमी नहीं आने दूंगा।
मालूम हो कि पीएम ने वडनगर स्थित बीएन हाईस्कूल में मोदी ने वर्ष 1963 से 1967 तक पढ़ाई की। इस स्कूल के प्रिसिंपल ने एसेंबली में रोज की तरह बच्चों की लाइनें लगवाईं और उन्हें एक मंत्र दिया- अभ्यास-ए-मुख्य कार्यक्रम छे (आज का मुख्य कार्यक्रम पढ़ाई ही है)।
स्कूल में टीचर्स से मिलने के बाद वे अपने कुल देवता हाटकेश्वर मंदिर गए और वहां पर पूजा-अर्चना की। मोदी ने काफी समय मंदिर में बिताया। वडनगर में पीएम मोदी ने अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन किया। मोदी ने मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं से भी बातचीत की। उन्हें ऑल द बेस्ट कहा।
ये मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल 600 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। मोदी के स्वागत में पूरे शहर को सजाया संवारा गया है। वडनगर रेलवे स्टेशन के पास के उस पेड को भी सजाया गया है जहां वह बचपन में चाय बेचते थे। इसके अलावा जगह-जगह उनके बचपन और युवावस्था से जुडी तस्वीरों और घटनाओं वाले होर्डिंग्स भी लगाए गए हैं।