उना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पिछली कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार को गरीबों के लिए मायने रखने वाली 57,000 करोड़ रुपए की सब्सिडी का दुरुपयोग करने पर लताड़ लगाई।
राज्य में नौ नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यहां आयोजित एक रैली में मोदी ने कहा कि सब्सिडी के नाम पर लोग खजाना लूटा करते थे। पूर्व में सब्सिडी को लागू करने के लिए बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के चलते 57,000 करोड़ रुपए बर्बाद हो गए।
उन्होंने कहा कि हमारी नीति ने अब लूट-खसोट बंद कर दी है। कांग्रेस के नेता इसे सहन नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए वे मुझ पर हमला कर रहे हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के उस बयान पर टिप्पणी करते हुए, जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकार द्वारा दिया गया एक रुपया गांवों तक पहुंचकर 15 पैसा ही रह पाता है, मोदी ने कहा कि राजीव वह चिकित्सक थे, जो भ्रष्टाचार की समस्या के बारे में जान तो गए थे, लेकिन इसके बारे में कुछ कर नहीं सके।
मोदी ने कहा कि उन्होंने इस बात को सुनिश्चित किया है कि 100 पैसा गरीब की जेब में ही जाए। कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा कि पार्टी पहले ही चुनावी मैदान छोड़ चुकी है और यह एकतरफा चुनावी घमासान रह गया है।
उन्होंने कहा कि मुझे इस चुनाव में एक बात का दुख रहेगा, मजा नहीं आ रहा है, क्योंकि कांग्रेस मैदान छोड़ कर भाग गई है।
विकास का दांव चलते हुए मोदी ने कहा कि हिल स्टेशन वाले राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उनकी सरकार राज्य में सड़कों का जाल बिछाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
सिर पर हिमाचली टोपी पहने मोदी ने कहा कि पिछले बीस सालों में राज्य में हुआ एक चुनाव भी ऐसा नहीं रहा जिसका हिस्सा वह नहीं बने, लेकिन यह एक अभूतपूर्व चुनाव है और वह जानते हैं कि हवा का रुख किस ओर है।
मोदी ने कहा कि भ्रष्ट कांग्रेस के खिलाफ यहां आंधी चल रही है। काला धन, बेनामी या अवैध संपत्तियों के मालिकों पर कड़ा रुख दिखाते हुए मोदी ने कहा कि नोटबंदी के बाद कम से कम तीन लाख कंपनियां जांच के दायरे में आई हैं।
मोदी ने कहा कि हमने 5,000 कंपनियों का एक सैम्पल सर्वेक्षण किया और देखा कि उन कंपनियों ने कम से कम 4,000 करोड़ रुपए के काले धन का लेनदेन किया है। मैं इस बात की केवल कल्पना कर सकता हूं कि अगर हम सभी कंपनियों के लेनदेन को देखें तो फिर क्या होगा।