काठमांडू। भारत और पाकिस्तान के रिश्तों पर जमी बर्फ नेपाल की राजधानी में चल रहे 18वें दक्षेस शिखर सम्मेलन के दौरान बुधवार को साफ दिखाई पड़ी। मंच पर अपनी सीट पर बैठने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अपने भारतीय समकक्ष की ओर देखना भी मुनासिब नहीं समझा।
दूसरी तरफ, जब भाषण देने के लिए शरीफ का नाम पुकारा जाने लगा तो मोदी अखबार पढ़ने में मशगूल दिखे। यहां तक कि शरीफ का नाम पुकारे जाने के बाद जब सारे नेता तालियां बजाते दिखे, तब भी मोदी की नजर अखबार के पन्नों पर ही रही।
लेकिन जब अध्यक्ष सुशील कोईराला ने मोदी के नाम की घोषणा की, तो अन्य नेताओं के साथ शरीफ भी तालियां बजाते दिखे। दोनों नेता एक ही होटल सोयलटी में ठहरे हुए हैं। दोनों नेताओं ने अन्य प्रतिनिधियों से मुलाकात की, लेकिन आपस में उनकी मुलाकात अभी तक नहीं हुई।
मोदी तथा कोईराला को छोड़कर तमाम राष्ट्रों के प्रमुख बैठक कक्ष में एकत्रित हुए, लेकिन इस वक्त भी मोदी कोईराला के साथ मंच पर ही दिखे। मोदी हर वक्त शरीफ से बचते दिखे।
लगभग दो मिनट की बातचीत के बाद मोदी तथा कोईराला बैठक कक्ष से बाहर निकल गए। इस दौरान भारत तथा पाकिस्तानी नेताओं को बात करने का मौका बमुश्किल ही मिला।
एक राजनयिक ने कहा कि जब देश अभी तक मुंबई हमलों के भय से उबर नहीं पाया है, ऎसे में भारतीय प्रधानमंत्री पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से कैसे हाथ मिला सकते हैं और गले मिल सकते हैं।