अहमदाबाद। प्रधानमंत्री ने वाइब्रेंट गुजरात में आयोजित व्यापार मेले का सोमवार को उद्घाटन किया। इस व्यापार का मेले का आयोजन 9-13 जनवरी के बीच हो रहा है।
गांधीनगर में हेलीपैड मैदान में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया है। लगभग 1.50 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में 1500 से ज्यादा स्टॉल बनाए गए हैं। जिसमें इतनी ही कंपनियां हिस्सा ले रहीं हैं।
लगभग 15 से 20 लाख लोग इसे देखने आने वाले हैं। व्यापार मेला 12-13 जनवरी को जनता के लिए खोला जाएगा। सभी को फ्री वाईफाई की सुविधा होगी।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल ट्रेड शो में ऑटोमोबाइल, कृषि और खाद्य, एयरोस्पेस और रक्षा, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल्स, पर्यावरण, स्वास्थ्य देखभाल, दवा, जैव प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और विनिर्माण, शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर, समुद्री अनुसंधान और विकास, आईटीआईटीईएस, वित्तीय सेवाओं, शिक्षा कौशल, वस्त्र क्षेत्र से जुड़ी कंपनियों ने स्टॉल लगाए हैं।
पीएम ने किया इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज का उद्घाटन
मैं कई आर्थिक विशेषज्ञों विदेशों में देखा, जो भारतीय मूल के हैं। मैंने सोचा कि यह प्रतिभा देश में वापस लाया जा सकता है कि वर्ल्ड क्लास वित्त और यह एक उपहार डोम शहर बनाने का इरादा था। केवल भारत के लिए है नहीं, लेकिन पूरी दुनिया के लिए। जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था। यह बात गांधीनगर गिफ्ट सिटी स्थित इंडिया इंटरनेशनल एक्सचेंज के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री ने बताई।
प्रधानमंत्री ने बताया कि वित्त और प्रौद्योगिकी से हो सकता है भारत का भविष्य उज्ज्वल। मैं जून 2013 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का दौरा किया था। 2015 में वह गुजरात वाइब्रेंट गुजरात घटना के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। आज मैं वह उद्घाटन स्वागत करता हूं। यह एक महत्वपूर्ण माईलस्टोन है।
हम दुनिया के पूर्व और पश्चिम दोनों ही हिस्सों के देशों के साथ कारोबार कर सकतें हैं। हमारे युवाओं को अंर्तराष्ट्रीय काम करने का मौका मिलेगा। हम दुनिया में वित्त और तकनीकी के मामले में अव्वल हो सकते हैं।
गांधीनगर रेलवे स्टेशन उन्नयन परियोजना की शुरूआत
वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन 2017 में प्रधानमंत्री ने 250 करोड़ लागत की गांधीनगर रेलवे स्टेशन उन्नयन परियोजना का भूमिपूजन किया। अपने उद्बोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने रेलवे की सुरक्षा के लिए चिंता जताई और डिजिटल इंडिया का सपना पूर्ण करने हेतु भरोसा दिया।
उन्होंने कहा कि रेलवे की यह प्राथमिकता है। रेलवे जनसामान्य लोगों से जुडी व्यवस्था है। देश का केवल 15% से 20% माल यातायात रेलवे द्वारा होता है। 70% से 80% माल यातायात अभी भी सड़क से होता है| जितना ज्यादा माल यातायात रेल द्वारा होगा, उतनी जल्दी गरीबी कम होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार की प्राथमिकता रेलवे में सुधार की है। हमारे मालवाहक रेलवे कंटेनर 16 टन वजन के होते हैं। लेकिन उनमें केवल 6 टन सामान लादा जा सकता है, क्योंकि रेलवे डिब्बे का वजन ही 10 टन का होता है। हमने रेल मंत्रालय को कहा कि यदि कंटेनर का वजन 16 की बजाए 6 टन किया जाए तो 10 टन माल ले जाया जाएगा। इस पर रेलवे मंत्रालय डिज़ाइन बना रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमनें देश के कई स्टेशन पर फ्री वाईफाई सेवा शुरू कर दी है। जल्दी ही सभी डीजल इंजिन की जगह इलेक्ट्रिक इंजन काम करने लगेंगे। देश के रेल बजट को दो गुना कर दिया गया है। इस तरह हम भारतीय रेलवे का आधुुनिकीकरण कर रहे हैं।