गोण्डा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां अपनी चुनावी सभा में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबन्धन सहित बहुजन समाज पार्टी को निशाने पर लिया।
उन्होंने कहा कि राजनीति पर चर्चा करने वालों को एहसास नहीं होगा कि कैसी आंधी चल रही है। हमारे देश के गरीब सामान्य नागरिकों में अनपढ़ होने के बावजूद लोकतंत्र के प्रति सूझबूझ और श्रद्धा बेहद गहरी है।
भगवान शिव की तरह हिन्दुस्तान के लोगों में तीसरा नेत्र होता है, उससे वह सही-गलत और सच-झूठ समझ लेते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में झूठे आरोपों, अनाप-शनाप बयानबाजी करने वालों की कमी नहीं है। इसके बाद भी देश का गरीब से गरीब इन्सान भी सच को अच्छी तरह पकड़ लेता है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जब से मैं भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सवाल उठा रहा हूं, जब से 08 नवम्बर की रात से मैंने 500 और 1000 के नोट बन्द किए, तब से बहुत बड़ी ताकत देश को भ्रमित करने और झूठ फैलाने के लिए जी-जान से जुटी हुई है।
इन्हें देश की आर्थिक स्थिति की चिन्ता कम है, इनकी परेशानी यह है कि यह बड़े-बड़े लोग होने के बावजूद बच नहीं पाए। पीएम मोदी ने कहा कि मायावती और मुलायम सिंह यादव ने तो पार्लियामेन्ट तक में कह दिया था, कि नोटबन्दी करनी है तो करो, मगर कुछ समय तो दो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन-जिन का लुट गया है, वह एक तरफ खड़े हो गए, गले लग रहे हैं। अभी तक सपा और बसपा एक दूसरे का उलटा बोलते थे, लेकिन 15 साल में पहली बार नोटबन्दी के बाद दोनों दल एक भाषा बोलने लगे। इससे उनकी परेशानी का अन्दाजा आप लगा सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हालांकि देश की जनता ने सच क्या है और ईमानदारी से देश के विकास की कोशिश का समर्थन किया। पीएम मोदी ने उड़ीसा का जिक्र करते हुए कहा कि वहां देश के सबसे गरीब जिले हैं, वहां अशिक्षा, गरीबी और बेरोजगारी के हालात हैं, वहां भाजपा को झण्डा रखने की जगह नहीं मिलती थी, लेकिन जनता ने पार्टी को ऐसा जनसमर्थन दिया कि सारे देश के लोग चौंक गए।
उन्हें लगने लगा कि कहीं उड़ीसा की तरह पूरे देश के लोग भाजपा के साथ चले जायेंगे तो क्या होगा? पीएम मोदी ने कहा कि इसके साथ ही कल महाराष्ट्र के नतीजे सामने आये। कांग्रेस कहीं नजर नहीं आ रही है, साफ हो गई है।
चाहे उड़ीसा, महाराष्ट्र, चण्डीगढ़ हो, चाहे कर्नाटक हो, पिछले तीन महीनों में जहां-जहां चुनाव हुए, वहां जनता जनार्दन ने अपने तीसरे नेत्र की ताकत से भाजपा को आर्शीवाद दिया। इसका मतलब है कि अब मेरी जिम्मेदारी ज्यादा बढ़ जाती है। इस समर्थन से हमें सत्ता का नशा नहीं चढ़ता, हमें जी-जान से काम करने की प्रेरणा मिलती है।
इसलिए भ्रष्टाचार, कालाधन के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि मैं देश को लूटने वालों को छोड़ने वाला नहीं हूं। 70 साल तक गरीबों से जो लूटा गया है, वह गरीबों को मैं लौटाना चाहता हूं।