अमरकंटक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सोमवार को देशवासियों से आजादी की 75वीं साल गिरह पर वर्ष 2022 में नए भारत के सपने को पूरा करने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
मध्यप्रदेश में चल रही नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के समापन समारोह के मौके पर नर्मदा नदी के उद्गमस्थल अनूपपुर जिले के अमरकंटक में सोमवार को जनसंवाद में प्रधानमंत्री ने कहा कि 2022 में नया भारत बनाने का सपना लेकर चलना है, हर हिंदुस्तानी को जोड़ना है, आजादी के आंदोलन में जैसे देश जुड़ गया था, देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए नया भारत बनने के लिए हर देशवासी को जोड़ना है।
उन्होंने वर्ष 2022 में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने की याद दिलाते हुए कहा कि 2022 में आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं, क्या हिंदुस्तान के सवा सौ करोड़ देशवासी हर पल उस वर्ष (2022) का स्मरण नहीं कर सकते, जिन महापुरुषों ने अपना जीवन देश के लिए लगा दिया, जवानी जेल में काट दी, फांसी के तख्ते पर चढ़ गए। क्या उनके सपनों को याद करते हुए हम यह संकल्प नहीं ले सकते कि हमें क्या करना है।
मोदी ने मध्यप्रदेश में प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए अपनाए जा रहे तौर-तरीकों की सराहना करते हुए कहा कि इससे अन्य राज्यों को सीखना चाहिए।
‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ पूर्णता समारोह के मौके पर नर्मदा नदी के उद्गम-स्थल अनूपपुर जिले के अमरकंटक में जनसमूह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे यहां कहा जाता है जो एक साल का सोचता है, वो अनाज बोता है और जो भविष्य का सोचता है वह फलदार वृक्ष बोता है। ये फलदार वृक्ष आने वाले समय में कई परिवारों के लिए अर्थोपाजन की गारंटी भी बन जाते हैं।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने नर्मदा नदी के संरक्षण अभियान को लेकर जो कार्ययोजना बनाई है, उसमें हर व्यक्ति के लिए काम है, हर जगह के लिए काम है, कब करना और कैसे करना है, उसका विधि-विधान है, कौन किस काम को देखेगा, इसका ब्यौरा है, एक हिसाब से फ्यूचर विजन का परफेक्ट डॉक्यूमेंट है।
प्रदेश सरकार ने तय किया है कि नर्मदा नदी के दोनों तटों पर एक-एक किलोमीटर तक फलदार पेड़ों के पौधे लगाए जाएंगे और पहले तीन वर्ष तक सरकार किसानों को मुआवजा देगी, क्योंकि इन पेड़ों में फल कम से कम तीन साल बाद ही फलेंगे।
मोदी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहेंगे कि वह कार्ययोजना की किताब अन्य राज्यों को भी भेजें, ताकि वे प्राकृतिक संसाधन की रक्षा का तरीका क्या होता है, उसे उदाहरण के तौर पर लेकर अपने-अपने राज्य में योजना बनाकर लागू करें।
उन्होंने आगे कहा कि जल ही जीवन है, नदी माता है, यह तो कहते हैं, मगर हमारी सारी अर्थव्यवस्था उसी पर आधारित होती है। उसके बिना अर्थव्यवस्था खोखली हो जाती है, मध्यप्रदेश की कृषि विकास दर 20 प्रतिशत पहुंची तो उसमें सबसे बड़ा योगदान नर्मदा का है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नर्मदा में किसान की जिंदगी बदलने की ताकत है। 2022 तक किसान की आय दोगुना करने का काम पूरे देश में चल रहा है, मध्यप्रदेश ने उसकी पूरी योजना तैयार कर दी है, जिसका लाभ देश को मिलेगा।
मोदी ने मुख्यमंत्री शिवराज की योजनाओं और उनकी कार्यशैली की जमकर सराहना की। साथ ही कहा कि 148 दिन चली यात्रा ‘नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा’ को प्रदेश के लोगों का भरपूर साथ मिला है।
उन्होंने कहा कि नदी संरक्षण का इस तरह का अभियान दुनिया के किसी और देश में चला होता, तो उसकी दुनियाभर में चर्चा हो रही होती.. मीडिया इस अभियान के पीछे भागा भाग जाता, मगर इस यात्रा के साथ ऐसा नहीं हुआ, यह हमारा दुर्भाग्य है।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी विशेष विमान से 12 बजकर 26 मिनट पर डुमना विमान तल पर उतरे। 12 बजकर 42 मिनट पर प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से लगभग डेढ़ बजे अमरकंटक पहुंचे। प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी थे। अमरकंटक पहुंचने के बाद मोदी ने नर्मदा नदी की पूजा-अर्चना की और मंदिर में दर्शन किए।