कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार को ” गरीबों की सरकार” बताते हुए शनिवार को आम आदमी को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाली बीमा और पेंशन सम्बन्धी तीन महत्वाकांक्षी योजनाओं का शुभारंभ किया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में मोदी ने ” प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना”, “प्रधानमन्त्री जीवन ज्योति बीमा याजना” और ” अटल पेंशन योजना ” की शुरुआत की जिसके जरिए आम आदमी को दुर्घटना बीमा, आम बीमा और पेंशन सुविधाए मिल सकेंगी। कोलकाता के नजरुल सभागृह में आयोजित मुख्य समारोह के साथ साथ देश के 115 स्थानों से इन तीनों योजनाओं का आरम्भ किया गया।
मोदी ने कहाकि इन योजनाओं का उद्देश्य गरीबों और निम्न मध्यम वर्ग के लोगों को सामाजिक सुरक्षा की छत्र छाया प्रदान करना है। इन योजनाओं से गरीबों को ताकत मिलेगी और वे स्वयं गरीबी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई छेड़ सकेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहाकि गरीबों को सहारे की नहीं बल्कि शक्ति की जरुरत है। एक बार सशक्त होने पर वे स्वयं गरीबी को हरा सकते हैं। उन्होंने कहाकि ” गरीबों की अमीरी” का ही परिणाम था कि प्रधानमन्त्री जन धन योजना में गरीब लोगों ने 15 हजार 800 करोड़ रुपये जमा करके खाते खुलवाये जबकि खाते खोलने के लिए एक भी रुपया जमा करना जरुरी नहीं था। उन्होंने कहाकि देश ने ” अमीरों की गरीबी” और ” गरीबों की अमीरी” देखी है।
मोदी ने कहाकि बड़े औद्योगिक घराने नहीं बल्कि छोटे छोटे कारोबारी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और उन्हें समय पर ऋण उपलब्ध करने के लिए ” मुद्रा बैंक ” की स्थापना की गयी है।
उन्होंने कहाकि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ी है तथा जनकल्याणकारी योजनाओं में धनराशि का अपव्यय रोकने में बहुत सफलता मिली है। रसोई गैस की सब्सिडी सीधे उपभोक्ताओं के बैंक खाते में भेजने की नई प्रणाली की चर्चा करते उन्होंने कहाकि इससे अरबों की धनराशि की हेराफेरी रुकी है। उन्होंने वास्तविक धनरराशि नहीं बताते हुए कहाकि जिज्ञासु लोग खुद भी थोड़ी मेहनत कर पता लगाये की कितनी धनराशि का दुरूपयोग होता था।
अपने पूरे सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने गरीबों और आम आदमी की चर्चा की तथा लोगों को भरोसा दिलाया कि धीरे धीरे और जनकल्याणकारी योजनाए शुरू की जायेंगीं।