वाराणसी। प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे नरेंद्र मोदी ने यहां शुक्रवार को व्यापार केंद्र व हस्तशिल्प कला संग्रहालय का शिलान्यास किया और अपने संबोधन में प्रदेश की सपा सरकार पर प्रहार करते हुए उन्होंने ने कहा कि राज्य सरकार ने जमीन नहीं दी, इसलिए इस संग्रहालय को शहर से दूर बनाया जा रहा है। मोदी के इस बयान के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी पलटवार करने में देर नहीं लगाई।…
अखिलेश ने आगरा में पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार पर काशी में जमीन नहीं देने का आरोप लगाया है। असलियत में ऎसा कतई नहीं है। उनकी सरकार ने जमीन देने से कभी इनकार नहीं किया। वाराणसी में मोदी जहां चाहेंगे, वहां जमीन उपलब्ध कराई जाएगी।
“मीट एट आगरा” समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि फिरोजाबाद में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए जगह देखी गई है। अब केंद्र सरकार की çज् ाम्मेदारी है कि वह यहां पर हवाईअड्डा बनवाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इससे पहले शहरों के विस्तार और विकास के मद्देनजर सड़कें नहीं बनवाई। इसी का नतीजा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर जबरदस्त जाम लगता है। उप्र सरकार इस मुद्दे पर सजग है। आगरा से लखनऊ तक छह लेन का एक्सप्रेस-वे का निर्माण करवाया जाएगा।
इससे पूर्व, मोदी ने रविंद्रपुरी स्थित अपने संसदीय कार्यालय जाकर लोगों की शिकायतें सुनीं। इसके बाद वह डीएलडब्ल्यू में स्थित कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा के सदस्यता अभियान से जुड़ने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बनारस की जनता ने इतना प्यार देकर जो भरोसा जताया है उस पर खरा उतरने की वह कोशिश करेंगे। मोदी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि बनारस विरासतों का शहर है और यहां के बुनकरों व हस्तशिल्प कला को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए इसकी डिजाइनिंग, मार्केटिंग और ब्रांडिंग बेहतर ढंग से की जाएगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बनारस विरासतों का शहर है। यहां की कला को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलानी है। इसके लिए बेहतर डिजाइनिंग, मार्केटिंग और ब्रांडिंग के लिए काम चल रहा है। उसी के तहत यहां व्यापार केंद्र बनाया जा रहा है।
मोदी ने कहा कि वह बनारस में एक प्रतिनिधि के तौर पर आए हैं, न कि प्रधानमंत्री के रूप में। उन्होंने कहा कि मैं एक प्रतिनिधि व सेवक के रूप में आया हूं। बड़े-बड़े वादे करने के बजाय काम करूंगा और जैसे-जैसे यहां के विकास का काम आगे बढ़ेगा, उसकी जानकारी आपको देता रहूंगा। मोदी ने कहा कि बनारसी साड़ी हिंदुस्तान के हर परिवार की आवश्यकता बन चुकी है और यही बुनकरों के लिए सबसे बड़ा बाजार है।
प्रधानमंत्री ने लालपुर में व्यापार सुविधा केंद्र व शिल्प संग्रहालय का शिलान्यास किया। इस व्यापार केंद्र पर केंद्र सरकार 147 करोड़ रूपए खर्च क रेगी। इस मौके पर उन्होंने यहां लगाई गई हथकरघा प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। उनके साथ केंद्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार भी थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कृषि क्षेत्र के बाद यदि कोई सबसे अधिक रोजगार देने वाला क्षेत्र है, तो वह कपड़ा उद्योग ही है।
मोदी ने कहा कि कृषि के बाद रोजगार के लिए टेक्सटाइल सबसे बड़ा क्षेत्र है। कम पूंजी में में अधिक से अधिक लोग अपनी आजीविका चलाते है ं। यही एक ऎसा उद्योग है जिसमें मालिक और मजदूर के बीच खाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि समय रहते बनारस के कपड़ा उद्योग को अतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की जरूरत है और इसी मकसद से यहां पर इस व्यापार केंद्र की शुरूआत की जा रही है।
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार के हिसाब से कपड़ा उद्योग की मार्केटिंग की जाएगी। इसके लिए ई-कॉमर्स का सहारा लिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बुनकरों को आर्थिक सहायता देने की पहल भी कर रही है। अब प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत बुनकरों के खाते में सीधे पैसा आएगा, जिससे उन्हें कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के बंद पड़े सहकारी बैंकों को जिंदा करने के लिए 2375 करोड़ रूपए की मदद की घोषणा की। इसमें वाराणसी, इलाहाबाद, आजमगढ़, गाजीपुर, बलिया, जौनपुर, सुल्तानपुर, हरदोई, सीतापुर, फतेहपुर, फैजाबाद सहित कई जिलों के बैंक शामिल हैं।
व्यापार सुविधा केंद्र व शिल्प संग्रहालय के बारे में केंद्रीय मंत्री गंगवार ने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि देश में हथकरघा व शिल्प से जुड़े व्यवसाय को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिले।
इससे पहले, शुक्रवार सुबह मोदी अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे। बाबतपुर हवाईअडडे पर उनकी आगवानी राज्यपाल राम नाइक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की। मोदी वाराणसी में दो दिन ठहरेंगे। बाबतपुर हवाईअड्डे पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री गंगवार, सपा के प्रदेश प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी और उप्र के स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन भी मौजूद थे।
पुलिस महानिरीक्षक (जन शिकायत) अशोक जैन के अनुसार, प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के पुलिस अधीक्षक रैंक के 12 अधिकरी, 18 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 20 पुलिस उपाधीक्षक, 135 उप निरीक्षक और पीएसी के 1000 से अधिक कर्मी तैनात किए गए हैं।
इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के तुरंत बाद मोदी ने वाराणसी का दौरा किया था और काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के साथ ही गंगा आरती में हिस्सा लिया था।