चेन्नई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के प्रमुख एम. करुणानिधि से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। मोदी ने करुणानिधि से हाथ मिलाकर उन्हें ‘वणक्कम, सर’ कहा।
इस दौरान मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और पोन राधाकृष्णन भी थे। मोदी ने करुणानिधि से लगभग 10 मिनट मुलाकात की। मोदी ने तमिल भाषा के समाचार पत्र ‘दिना थांती’ की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद करुणानिधि से उनके गोपालपुरम स्थित निवास पर मुलाकात की।
करुणानिधि के बेटे एमके स्टालिन शारजाह का दौरा बीच में छोड़कर स्वदेश लौट आए और करुणानिधि के आवास पर उन्होंने मोदी की अगवानी की। इस दौरान करुणानिधि की बेटी कनिमोझी, दूसरी पत्नी रजती और डीएमके महासचिव दुरई मुरुगन भी उपस्थित थे।
डॉक्टरों ने मोदी को करुणानिधि के स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी दी। यह पहली बार है, जब मोदी ने करुणानिधि के आवास पर उनसे मुलाकात की।
तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष तमिलिसाई सौंदराजन ने संवादददाताओं को बताया कि मोदी ने करुणानिधि को आराम करने के लिए दिल्ली में अपने आवास पर आने का न्योता दिया है, और करुणानिधि ने एक मुस्कान के साथ जवाब दिया।
डीएमके के प्रवक्ता टी.के.एस. एलंगोवन ने कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, वह भी ऐसे समय में जब करुणानिधि के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। करुणानिधि वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों की वजह से लगभग एक साल से सक्रिय राजनीति से दूर हैं।
मोदी का यह दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब स्टालिन केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं।स्टालिन ने केंद्र पर तमिलनाडु में समानांतर सरकार चलाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने 2014 के लोकसभा चुनाव में किए गए वादों को पूरा नहीं किया।
मोदी से मुलाकात के बाद व्हीलचेयर पर बैठे करुणानिधि घर के दरवाजे के पास आए और हाथ हिलाकर बाहर खड़े डीएमके कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया।