नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद देश में विपक्षी दलों द्वारा किए जा रहे हो-हल्ला के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 दिसम्बर को राष्ट्र को सम्बोधित कर सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने 8 नवम्बर को नोटबंदी का एेलान किया था तब उन्होंने देशवासियों से 50 दिन की मोहलत मांगी थी।
इस दौरान तमाम दिक्कतों के बावजूद देश के आम आदमी ने प्रधानमंत्री के इस फैसले का पुरजोर समर्थन किया।
हालांकि विपक्ष के कई राजनीतिक दलों ने संसद से लेकर सड़क तक प्रधानमंत्री के फैसले के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास किया लेकिन देश के आम नागरिक के प्रधानमंत्री के निर्णय के साथ खड़े होने के कारण राजनीतिक दलों की दाल नहीं गली।
सूत्रों के मुताबिक नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री देश की जनता को धन्यवाद देंगे, जिन्होंने कठिनाई के बावजूद संयम बनाए रखा। साथ ही इन 50 दिनों में सरकार ने क्या-क्या कदम उठाए उनका ब्यौरा भी देंगे।
नोटबंदी के बाद आए आदेशों को लेकर विपक्ष के हमले का सामना करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह जानकारी भी दे सकते हैं कि इतने बदलाव क्यों करने पड़े।
नोटबंदी से सबसे ज्यादा दिक्कत बीपीएल परिवारों, किसानों, मजदूरों को हुई है। इसलिए यह भी माना जा रहा है कि सरकार उनके लिए राहत का ऐलान भी कर सकती है। इनमें जनधन खातों को लेकर भी महत्वपूर्ण ऐलान संभव है। नोटबंदी से बढ़ी बेरोजगारी पर भी प्रधानमंत्री कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं।
दरअसल, नोटबंदी के बाद से देशभर में छापेमारी जारी है और लगातार कालाधन बरामद किया जा रहा है। इसलिए नोटबंदी को लेकर जनता को हुई कठिनाई के बावजूद प्रधानमंत्री इससे हुए फायदे भी गिनवा सकते हैं।