सोमनाथ/अहमदाबाद। प्रधानमंत्री बनने के तीन साल बाद नरेन्द्र मोदी बुधवार को पहली बार सोमनाथ महादेव के दर्शन करने पहुंचे। उनके आगमन को देखते सोमनाथ मंदिर परिसर में अभेद सुरक्षा व्यवस्था खड़ी कर दी गई। सोमनाथ मंदिर पहुंच ने पर मंदिर के ट्रस्टी अमित शाह, ट्रस्टी और सेक्रेटरी पी.के. लहेरी, जे.डी. परमार तथा पंडितों ने मंत्रों से स्वागत किया।
इस दौरान पीएम ने मंदिर में महापूजा की। पूजा के बाद सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट की मीटिंग में हिस्सा भी लिया। सोमनाथ ट्रस्ट की मीटिंग में मंदिर के चेयरमैन केशुभाई पटेल, मंदिर के ट्रस्टी लालकृष्ण आडवानी, अमित शाह भी उपस्थित रहे।
वहीं, मोदी आज गांधीनगर में देशभर से आई करीब छह हजार महिला सरपंचों के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री ने बताया की सोमवार को बाबा विश्वनाथ के चरणों में था और आज में बाबा सोमनाथ के चरणों में आ गया हूं। गुजरात आने से सब अच्छा हो जाता है।
यह मेरा सौभाग्य है की एक तरफ बाबा सोमनाथ और दूसरी तरफ बाबा काशी विश्वनाथ। एक तरफ विशाल सागर और दूसरी तरफ मां गंगा और उनके बीच महान देश की सफलता में देश के सपनों को साकार करने का प्रयास हम करते रहते हैं।
उन्होंने बताया की सागरमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत द्वारका और बेट द्वारका के बीच ब्रिज बनाया जाएगा। देशभर में ऐसे 400 प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं। उसमें से 40 प्रोजेक्ट तो गुजरात के सागर किनारे पर होने जा रहे हैं।
गुजरात के सागर किनारे पर 18 और बंदरगाहों का विकास किया जाएगा। हम सोमनाथ, पोरबंदर, दिव जेसे बहुमूल्य संपदाओ के विकास करते आगे बढ़ना चाहते हैं। हम राज्य के कई स्टेट हाईवे को नेशनल हाइवे बनाने जा रहे है। उसमे करीबन 12 हजार करोड़ की लागत आएगी उसमे केंद्र सरकार पांच हजार करोड़ देगी।