मिर्जापुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूबे में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर अपनी जनसभा में जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यूपी में भ्रष्टाचार दीमक की तरह घुस गया है। उत्तर प्रदेश के भ्रष्टाचार के बारे में जब मैं सुनता हूं तो यहां चार प्रकार के भ्रष्टाचार होते हैं। इनमें नजराना, सुकराना, हकराना और जबराना हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नजराना यानी काम कराने के पहले, सुकराना यानी काम होने के बाद बहुत अच्छा किया ले लो, हकराना यानी क्या समझते हो हक है दे दो और जबराना यानी काम भी नहीं है, कुछ नहीं है जबरन दे दो। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लेने वालों को आदत लग गई है, देने वालों की मजबूरी हो गई है। इन सबकी दवाई एक ही है हराना।
इसलिए अब तक उनके पास चार प्रकार थे, अब आपके पास एक प्रकार है। सपा, कांग्रेस और बसपा को हराना। प्रधानमंत्री ने अपनी जनसभा में विन्ध्याचल में पर्यटन का भी मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि हमारी विन्घ्याचल की भूमि काशी के पास है। टूरिज्म का केन्द्र बन सकता है। लेकिन यहां ऐसी सरकार है, जिसे न टूरिज्म, न विकास की चिन्ता है।
टूरिज्म ऐसा सरल उद्योग है, जिससे कम से कम पैसों से ज्याद से ज्यादा कमाई की जा सकती है। बाकी चीजों में ज्यादा पूंजी लगती है, लेकिन टूरिज्म में नहीं लगती। काशी के पास इतना सम्रद्ध इलाका है, जो काशी आयेगा, उसका मन विन्घ्याचल आने को हो जाएगा।
विकास अगर इस सोच के साथ किया जो विन्घ्याचल को भी लाभ मिलेगा। पीएम मोदी ने भारत के नक्शे का हवाला देते हुए कहा कि देश के पश्चिमी हिस्सा में आर्थिक गतिविधि और विकास नजर आता है, जबकि पूर्वी हिस्से में लोगों को रोजी-रोटी के लिए पश्चिम में जाना पड़ता है, जबकि यहां सब कुछ है।
लेकिन सरकार सही नहीं होने के कारण यहां सब कुछ बर्बाद हो गया है। उन्होंने कहा कि इसलिए अगर भारत को आगे बढ़ाना है, तो पूर्वी उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ना होगा। पश्चिमी की बराबरी में खड़ा करना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए गुजरात से गैस की पाइप लाइन गोखपुर तक ला रहे हैं। लगभग 2700 किमी लम्बी पाइप लाइन को हजारों-करोड़ रूपए खर्च करके वहां से पूर्वांचल में ले आएंगे। इससे गैस के आधार पर उद्योग चलेंगे। यहां विकास होगा।
उन्होंने कहा कि बड़े शहरों में नल से पानी की तरह गैस पहुंचेगी। इस पर काम चल रहा है और मैं अपने प्रधानमंत्री काल में इसे पूरा करके दिखाऊंगा।
पीएम मोदी ने इस मौके पर स्वच्छता अभियान का भी जिक्र किया और आजादी के 70 साल बाद शौचालय बनवाने के लिए शुरू की गई अपनी मुहिम के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि क्या गरीब मां-बहनें आजादी के 70 साल बाद भी सम्मान की जिन्दगी नहीं जी सकती।
लालकिले से 50 सालों से लोग बड़ी-बड़ी बातें सुनते आए, लेकिन मैने शौचलाय बनवाने की बात कही। मेरा मजाक उड़ाया गया, लेकिन आज हम पूरे देश में शौचालय बना रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने उनकी पहल पर देश के सवा करोड़ परिवारों द्वारा रसोई गैस सब्सिडी छोड़ने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब सामान्य परिवारों के लोगों को ईमानदारी का एहसास होता है तो वह दस कदम चलने को तैयार हो जाता है।
ढाई साल में लगातार आम आदमी का भरोसा हम पर बढ़ता जा रहा है। वह हमारे साथ कदम से कदम बढ़ा रहा है। इसी की बदौलत हमने 11 महीने में 01 करोड़ 80 लाख गरीब परिवारों के घर में गैस का कनेक्शन निःशुल्क दे दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि पूर्वांचल की धरा उपजाऊ है, लेकिन किसी न किसी कारण से हमने धरती माता की परवाह नहीं की। तरह-तरह के केमिकल डाल दिए। हमने सपना देखा कि 2022 में जब आजादी के 75 साल होंगे तब किसानों की आय दोगुनी हो जाए। इसलिए हम योजनाबद्ध तरीके से कृषि को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बीज से लेकर बाजार तक का रोडपैप बनाया है। जैसे शरीर के टेस्ट के बाद डॉक्टर दवा देता है। इसी तरह खेत की मिट्टी का नमूना लेकर सॉयल टेस्ट की व्यवस्था की। उन्होंने कहा कि अच्छे बीज मिले, इसकी सरकार निगरानी रखती है। किसान को पानी मिल जाए तो वह मिट्टी से सोना पैदा कर सकता है।
नदियों, बांध में पानी है, मगर खेत में पानी नहीं पहुंचा। हमने अपनी योजना के जरिए इसका भी प्रबन्ध किया। उन्होंने कहा कि इसी तरह हमने यूरिया के लिए नीम कोटिंग व्यवस्था की। दो साल हो गए यूरिया की कालाबाजारी और कमी खत्म हो गई।
प्रधानमंत्री ने प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने पर किसानों की कर्ज माफी करने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हम कृषि का विकास करना चाहते हैं। जो काम यह 15 साल में नहीं कर पाये हम 15 महीनें में करके दिखायेंगे।
उन्होंने भाजपा और अपना दल के उम्मीदवारों को जीताने की अपील की। उन्होंने दिल के मरीजों के लिए स्टेंट की कीमतों में कमी का भी जिक्र किया। वहीं कहा कि एक दूसरे का विरोध करने वाले सपा, बसपा, कांग्रेस पहली बार नोटबन्दी पर इकट्ठा हो गए। चिल्ला रहे थे कि कुछ दिन दे देते।
प्रधानमंत्री ने कहा कि क्यों दे देता? बण्डल ठिकाने लगाने थे? उन्होंने कहा कि 70 साल तक जो गरीबों से लूटा गया है, वह उन्हें वापस लौटाना पड़ेगा। अब ऐसे लोगों को पाई-पाई का हिसाब देना पड़ रहा है।