कानपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को भाजपा की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार राजनीतिक पार्टियों के दो हजार रुपये से ज्यादा चंदे की जानकारी देने की सिफारिश पर सहमति जताती है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस पर आगे बढते हुए सभी राजनीतिक पार्टियों को इस पर एकमत करने का निर्णय करना चाहिए।
उन्होंने नोटबंदी को लेकर विपक्ष की संसदबंदी को आडे हाथों लेते हुए दावा किया कि उनकी सरकार संसद में चुनावी चंदे, कालाधन, भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चर्चा करना चाहती थी, लेकिन विपक्ष इस पर चर्चा नहीं करना चाहता था। उनका आरोप था कि यदि ऐसा होता तो विपक्षी पार्टियों की पोल खुल जाती।
उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति और चुनाव आयोग की इस सिफारिश के भी पक्षधर हैं कि देश में लोकसभा और राज्यों के चुनाव एकसाथ होने चाहिए। इससे देश में खर्चा भी कम होगा और विकास को भी रफ्तार मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष को आडे हाथों लेते हुए कहा कि वह यह दावा करते हैं कि राजीव गांधी ने देश में मोबाइल लाए, लेकिन वही इसी मोबाइल को मोबाइल बैंकिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने का विरोध करते हैं।
उन्होंने विपक्ष पर झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने यहां दावा किया कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार की विरोधी ईमानदार लोगों की सरकार है।
-सरकार खोलेगी ईनामी ड्रॉ
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने 8 नवम्बर से 25 दिसम्बर तक कैशलेस खरीद करने वाले लोगों के लिए एक ड्रॉ की व्यवस्था की है। 25 दिसम्बर को क्रिसमस पर पहला ड्रॉ खुलेगा।
जिसमें प्रतिदिन 15000 विजेताओं के खातों में 1000 हजार रुपये सरकार की ओर से डाले जाएंगे। यह योजना सौ दिन तक चलेगी। इसके अलावा 31 दिसम्बर को एक बडा ड्रॉ भी खोला जाएगा।
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