चंडीगढ़। बीजेपी के सीनीयर लीडर मनोहर लाल खट्टर की हरियाणा के नए मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी हो गई। खट्टर राज्य के दसवें एवं पांचवें गैर जाट तथा पंजाबी समुदाय से पहले मुख्यमंत्री बने हैं। रविवार को पंचकुला में आयोजित समारोह में राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।…
चंडीगढ़ से सटे राज्य के पंचकूला शहर में सिटी सेंटर मेला ग्राउंड में आयोजित शपथग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हुए। विधानसभा चुनाव के दौरान आरएलडी के पक्ष में प्रचार करने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल भी कार्यक्रम में पहुंचे।
खट्टर के कैनिबेट मंत्री के रूप में अम्बाला से पांच बार के विधायक अनिल विज, नारनौंद से विधायक कैप्टन अभिमन्यू, बादली से विधायक ओम प्रकाश धनकड़, सोनीपत से लगातार दूसरी बार विधायक बनीं कविता जैन तथा बादशाहपुर से विधायक और पूर्व मंत्री राव नरवीर सिंह ने भी शपथग्रहण की। बताया जाता है कि खट्टर का मंत्रिमंडल द्विस्तरीय होगा तथा इसमें जल्द ही विस्तार के साथ कुछ राज्य मंत्री भी शामिल किए जा सकते हैं।
खट्टर को इससे पहले गत 21 अक्टूबर को पार्टी के नवनिर्वाचित सभी 47 भाजपा विधायकों की पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षको वेंकैया नायडू और दिनेश की मौजूदगी में यहां हुई बैठक में सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया था। उनके नाम का प्रस्ताव राज्य के प्रदेशाध्यक्ष रामबिलास शर्मा ने किया जिसका अनुमोदन झज्जर जिले के बादली विधानसभा क्षेत्र से विधायक ओम प्रकाश धनखड़ ने किया था।
उल्लेखनीय है कि राज्य की 12वीं विधानसभा के गत 15 अक्टूबर को हुए चुनाव तथा 19 अक्तूबर को हुई मतगणना में भाजपा 33.2 प्रतिशत मत प्राप्त कर न केवल सबसे ज्यादा 47 सीटें लेकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बल्कि स्पष्ट बहुमत हासिल करने में भी सफल रही। पार्टी वर्ष 2009 के विधानसभा चुनावों में महज चार सीटों पर ही विजयी रही थी और उस समय उसे 9.04 प्रतिशत वोट मिले थे।