वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछली सरकारों के विभिन्न योजनाओं और शिलान्यास करने की परम्परा पर जमकर निशाना साधा और कहा है कि सिर्फ दो ईंट रखकर योजनाओं को शिलान्यास अखबारों में छपने के लिए नहीं हम नहीं करते।
योजनाओं को समय पर बनाने के साथ इसका लोकार्पण भी हम करते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना का हवाला देकर कहा कि प्रयास रहता है कि इन योजनाओं से जनसामान्य के जीवन में बदलाव आए।
सोमवार की अपरान्ह डीरेका इंटर कॉलेज के मैदान में सात परियोजनाओं का लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री आयोजित सभा को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने सात शहरों में पाइप लाइन के जरिये रसोई गैस पहुंचाने (पीएनजी) के लिए बनी ऊर्जा गंगा योजना का हवाला देकर कहा कि रसोई गैस इंधन की परियोजनाओं लिए सरकार को करोड़ों रूपया खर्च करना पड़ता था। अब इस योजना से देश की अर्थव्यवस्था में जहां मदद मिलेगी वहीं गृहणियों को घर के रसोई में बैठे-बैठे इसका लाभ मिलेगा। उन्हें चूल्हा फूंकने के लिन धुएं के बीच बैठने से भी छुटकारा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने काशी और यहां के महापुरूषों पर आधारित डाक टिकटों को जारी करने के बाद कहा कि काशी के लोग यही डाक टिकट लगा पत्र भेजे। इससे काशी के प्रति लोगों में जहां श्रद्धा बढ़ेगी, वहीं पोस्टल टुरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि ई कामर्स और बैंकिग स्वरूप के बदल रहे स्वरूप को देख अब डाकघरों की डेढ़ लाख शाखाओं को बैंकिंग सेक्टर से जोड़ दिया जायेगा। इससे न केवल क्षेत्रीय व्यवस्था मजबुत होगी, वहीं लोग डाकघर से ही अपना मनरेगा का पैसा, स्कालरशिप, पेंशन ले लेंगे, जिससे बैकों पर भी लोड कम हो जाएगा।
डीरेका विस्तारीकरण का हवाला देकर कहा कि रेल को लेकर हमने पुरानी सोच बदली है। रेल को आधुनिक बनाने की आवश्यकता है। पहले संसद में रेल बजट के दौरान सांसद अपने क्षेत्र में ट्रेनों के ठहराव और नई ट्रेन चलाने की सोच तक सीमित थे। लेकिन हमारी सरकार ने अपने ढ़ाई साल के कार्यकाल में रेल के लिए जितना काम किया उतना साठ साल में नहीं हुआ।
उन्होंने बताया कि वाराणसी-इलाहाबाद रेल रूट दोहरीकरण-विद्युतीकरण से इस क्षेत्र का विकास तो होगा ही आर्थिक गतिविधि भी तेज हो जाएगी। 300 करोड़ की बिजली विभाग की योजना 765/400केवी जीआईएस वाराणसी विद्वुत उपकेन्द्र का जिक्र कर कहा कि क्वालिटी पावर मिलेगा। जिससे उद्यमी भी अब यहां आसानी से निवेश कर सकेंगे।
मोदी ने कहा कि जैसे पानी के बहाव के लिए डैम की जरूरत पड़ती है वैसे ही उर्जा के लिए क्वालिटी पावर की। कहा कि केन्द्र सरकार पांच हजार करोड़ रूपये इसके लिए अर्पित कर चुकी है।
राजातालाब में पेरिशेबल कारगो सेंटर का जिक्र कर कहा कि वाराणसी और आसपास के किसान इसकी मदद से कोलाकाता और देश के बड़े शहरों में सब्जियां बेच कर आर्थिक रूप से मजबुत होंगे। सभा के समापन पर केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पीएम को तुलसी का पौधा भेंट किया।