वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र से देश में नई राजनीति की हवा बहाने का फौलादी इरादा जताया है। कहा कि देश का दुर्भाग्य रहा है कि अब तक राजनीत इस रूप में चलायी गयी योजना बनी कि जिससे वोट बैंक मजबूत हो। हिन्दुस्तान मजबूत बने गरीब मजबूत हो इसे नजरअन्दाज किया गया। लेकिन अब ऐसा नही होगा।
रविवार को अस्सी घाट पर सुधांशु मेहता फाउंडेशन की मदद से 11 निषादों को ईको फ्रेंडली नाव देने के बाद प्रधामंत्री उपस्थित हजारो नागरिकों, निषादो, पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे।
पूर्व की कांग्रेस सरकार का नाम न लेकर तंज कसते हुए कहा कि हमने जो भी जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई उसे अपने पाटी के महान नेता पं.दीन दयाल उपाध्याय या किसी अन्य का नाम नहीं दिया। कहा कि गरीब स्वयं की लडाई लड़ खुद ही गरीबी को परास्त करें।
हर हर महादेव से अपने सम्बोधन का आगाज कर कहा कि आपने मुझे मौका दिया, इसके लिए मां आपका आभारी हूं, मां गंगा का आभारी हूं, भोले बाबा का आभारी हूं। कहा कि लोगों को अब बैंक जाने की आदत पड़ रही है, बैंक वालों को आराम मत करने दो।
बैंक गरीबों के लिए है, इसका लाभ उठाओ। पांच, दस, पन्द्रह रुपए कुछ भी डालो, डालते रहो, निकालते भी रहो लेकिन बैंक आते जाते रहो। मैं चाहता हूं बनारस में लोग इसका सबसे ज्यादा फायदा उठाएं।
देश में करीब 30 करोड़ लोगों को सवा लाख करोड़ से ज्यादा लोन देकर उनका कारोबार बढ़ाया गया। आज देश में 60 फीसद धन उत्पादित करने वाला गरीब है, इनमें भी 22 फीसद महिलाएं हैं। यह उदाहरण है कि विकास कैसे किया जा सकता है।