नई दिल्ली। सियाचीन की सीमा पर तैनात सैनिकों की खुशी का उस समय ठिकाना न रहा जब देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद दिवाली के दिन उनके बीच पहुंच गए। मोदी ने मुश्किल हालात में देश की सरहद की हिफाजत में जुटे जवानों का हौसला बढ़ाया, फौजियों को दिवाली की शुभकामना दी। सियाचिन में जवानों के साथ दिवाली मनाने वाले मोदी पहले पीएम हैं।…
बर्फ के रेगिस्तान में हर वक्त मौत से जूझते हुए सीमा की रक्षा में जुटे फौजियों के साथ समय बीताकर मोदी ने दिवाली के दिन की शुरुआत की। उन्होंने उत्तरी इलाकों में बने सेना के बेस कैंपों में जवानों से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश जवानों के कंधे के साथ कंधा मिलाकर खड़ा है।
मोदी ने सियाचीन से ही ट्विट किया कि शायद पहली बार किसी प्रधानमंत्री को दीपावली के शुभ दिन हमारे जवानों के साथ समय बिताने का अवसर मिला है, बर्फ की ऊंची चोटियों से और अपने बहादुर जवानों और सशस्त्र बलों के अधिकारियों को मैं शुभ दीपावली की कामना करता हूं, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को सियाचिन से शुभ दीपावली की शुभकामना, मै समझता हूं हूं कि प्रणबदा को मिली बधाइयों में यह अनोखी होगी।
सियाचिन रवाना होने से पहले मोदी ने कहा था कि वे हर भारतीय की ओर से यह संदेश लेकर सियाचिन जा रहे हैं कि पूरा देश सियाचिन में जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है, टिवटर पर सैनिकों की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि चाहे ऊंचाई हो या भीषण ठंड, हमारे सैनिकों को कोई नहीं रोक सकता, वे वहां खड़े हैं और देश की सेवा कर रहे हैं, वे हमें सही मायने में गौरांन्वित कर रहे हैं।
मोदी ने सियाचिन में जवानों को भरोसा दिलाया कि वे सेना में एक रैंक एक पेंशन की मांग को पूरा करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर के बाढ़ पीडि़तों से साथ दिवाली मनाने श्रीनगर पहुंचे। मोदी ने जम्मू एं कश्मीर में आई प्राकृतिक आपता में राहत के लिए ७४५ करोड़ रपए की सहायता देने की घोषणा की।