नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन देशों की नौ दिवसीय यात्रा के दूसरे चरण में रविवार को जर्मनी पहुंचे । अपने प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री वहां की प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और व्यवसायिक समुदाय से मुलाकात की। जर्मनी में भारत के राजदूत विजय गोखले ने कहा कि दोनों देशों की निवेश संभावनाओं में वृद्धि होगी।
हम चाहते है जर्मनी के साथ सभी क्षेत्रों में हमारे रिश्ते बढ़े। इंडस्ट्रीरियल इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव, स्पेस, डिफेंस, रेलवे ये सब क्षेत्र हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इनके लिए कि कंपनियां आए देखे और भारत में ही मैन्यूफेक्चरिंग निवेश करे और मैन्यूफेक्चरिंग करे। उससे दोनों हमारी इकोनॉमी भी बढ़ेगी और जॉब्स भी क्रिएट होंगे।
गोखले ने कहा कि जर्मनी, एनडीए सरकार के मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और स्किल्ड इंडिया कार्यक्रमों में अत्यधिक मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने बताया है कि प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक और औद्योगिक सहयोग बढ़ाने पर मुख्य रूप से चर्चा होगी।
पहले चरण में फ्रांस यात्रा के दौरान उन्हें फ्रांस के मीडिया ने काफी महत्व दिया है। प्रधानमंत्री ने तुलुस में विमान निर्माण कंपनी एयरबस के मुख्यालय का दौरा किया। उन्होंने नव शपल में भारतीय सैनिकों के स्मारक पर पुष्पाजंलि भी अर्पित की। श्री मोदी जहां भी गये भारतीय समुदाय विशेषकर विद्यार्थियों ने उनका जोरदार स्वागत किया और भारत माता की जय के नारे लगाये।
राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद और जैतापुर असैनिक परमाणु बिजली संयंत्रों पर हुई घोषणा से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तेजी से निर्णय लेने का संकेत ना केवल फ्रांस को बल्कि समूचे विश्व को गया है।
मोदी ने आर्थिक सहयोग एजेंडे को सर्वोपरि रखा और फ्रांस के उद्योग जगत को यह समझाने में सफल रहे कि मेक इन इंडिया दोनों देशों के लिए फायदेमंद है। ऐतिहासिक संबंधों को ताजा करते हुए भारत और फ्रांस के बीच हुए 20 समझौतों में संरचना जैसे सरकार के कई प्राथमिकता वाले क्षेत्र शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने भारत को एक तेजी से विकास कर रहे और मजबूत देश के रूप में पेश किया। प्रधानमंत्री के इस फ्रांस दोरे को काफी कामयाब कहा जा सकता है। फ्रांस के इलेक्ट्रोनिक मीडिया ने भी प्रधानमंत्री की फ्रांस के नेताओं के साथ बैठक को महत्व दिया। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति को