बिजनौर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने सपा को एक परिवार का कुनबा बताया और सपा-कांग्रेस गठबंधन को दो कुनबों का गठजोड़ करार दिया।
भाजपा को किसानों का सच्चा हितैषी बताते हुए मोदी ने घोषणा की कि उनके दल की सरकार बनते ही प्रदेश के हर जिले में चौधरी चरण सिंह के नाम पर किसान कल्याण कोष की स्थापना होगी।
बिजनौर के वर्धमान डिग्री काॅलेज में भाजपा की विजय शंखनाद रैली को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार कोे प्रदेश की सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी पर काफी हमलावर दिखे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव पर भी निशाना साधा। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से चुनावी गठबंधन करने पर भी सवाल उठाया।
मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि श्रीमान अखिलेश जी कान खोलकर सुन लीजिए, 11 मार्च को चुनाव के नतीजे आएंगे, उसके बाद सपा सरकार के कामों का काला चिट्ठा खोला जाएगा। फिर आप अपने वफादारों को नहीं बचा पाएंगे। मोदी ने आरोप लगाया कि अखिलेश सरकार निर्दोष लोगों को जेल भेज रही है। कानून का दुरुपयोग हो रहा है।
भाजपा कार्यकर्ताओं समेत तमाम बेकसूर लोगों को फंसाया गया है। सालभर पहले ही सूची तैयार कर दी गई। चुनाव से पहले सबको जेल भेज दिया गया। वहीं, कानून व्यवस्था के मुद्दे पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहन-बेटियों की सुरक्षा की बात आती है तो यहां के मुख्यमंत्री मीडिया को गाली देते हैं।
मोदी ने कहा कि इस मामले में सपा कुनबे के नेताओं के बयान शर्मनाक हैं। मुलायम सिंह यादव का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि कुनबे के बड़े नेता कहते हैं कि बलात्कार तो होते रहते हैं। टीवी देखकर नौजवान भटक जाते हैं, इसमें फांसी नहीं होनी चाहिए। मोदी ने सवाल किया कि जिस कुनबे की ऐसी परम्परा हो वह बहन-बेटियों की रक्षा कैसे कर पाएंगे।
सपा और कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह दो कुनबों का गठजोड़ है। इसमें एक कुनबा दिल्ली का है, जिसने पूरे हिन्दुस्तान को तबाह किया और दूसरा कुनबा सैफई का है, जिसने उत्तर प्रदेश को बर्बाद कर दिया।
मोदी ने कहा कि जब अखिलेश मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए थे तो लोगों में उम्मीद जगी थी कि किसान परिवार की पृष्ठभूमि वाला यह पढ़ा-लिखा युवा कुछ सीखेगा। लेकिन, जैसे ही उन्होंने ऐसे नेता को गले लगाया जिनकी बचकाना हरकतों पर सबसे ज्यादा चुटकुले गूगल पर मिलते हैं और जिसे खेती किसानी का तनिक भी ज्ञान नहीं।
जो आलू को फैक्ट्री में पैदा करवाता हो, उस नेता से गले मिलने पर अखिलेश की समझदारी पर भी शक होने लगा है। प्रधानमंत्री ने अखिलेश सरकार पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र द्वारा भेजे गए पैसों का भी यह सरकार उपयोग नहीं कर पाती है।
उन्होंने कहा कि यूपी में किसान फसल योजना का लाभ केवल 14 प्रतिशत किसानों को मिल रहा है जबकि भाजपा शासित राजस्थान, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में यह क्रमशः 53, 50 और 50 फीसदी है। इसी तरह यहां किसानों से मात्र तीन प्रतिशत गेहूं खरीदा गया, जबकि भाजपा शासित छोटे राज्य हरियाणा में गेहूं की खरीद 60 प्रतिशत से अधिक रहा।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने यूपी के शहरों की सफाई के लिए 940 करोड़ रुपया दिया लेकिन यह सरकार मात्र 40 करोड़ रुपया ही खर्च कर सकी। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बगैर नाम लिए यादव सिंह और गायत्री प्रजापति को भी घेरा। करीब 55 मिनट के भाषण के दौरान मोदी ने लोगों का आवाहन किया कि वे उप्र की इस उदासीन सरकार को उखाड़ फेंके और चुनाव में इन दोनों कुनबों को करारी हार दें जो देश और प्रदेश को तबाह कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि यूपी के भाग्य को बदलने के लिए यहां भाजपा की सरकार आना जरूरी है। मोदी ने अपने सम्बोधन के दौरान देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले चौधरी चरण सिंह ने ही अपने कार्यकाल में किसानों को सस्ते दर पर खाद उपलब्ध करवाई थी।
उनके बाद अब भाजपा सरकार ही किसानों को सस्ती खाद दे रही है। उन्होंने कहा कि सपा से गठबंधन करने वाली कांग्रेस पार्टी उस समय चौधरी चरण सिंह को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ती थी, जबकि वह किसानों के सच्चे हितैषी थे। प्रधानमंत्री ने इस दौरान घोषणा की कि चुनाव बाद भाजपा की सरकार बनते ही प्रदेश के हर जिले में चौधरी चरण सिंह किसान कल्याण कोष स्थापित किए जाएंगे।
उन्होंने भाजपा की यूपी इकाई को इस बात के लिए बधाई दी कि उन्होंने अपने घोषणा पत्र में छोटे किसानों का कर्जा माफ करने को कहा है। मोदी ने इस दौरान संत रविदास को भी नमन किया। पीएम ने कहा कि भाजपा संत रविदास के बताए मार्गों पर चल रही है। इस दल में अमीर-गरीब और छोटे-बड़े के बीच दूरी नहीं रखी जाती है।
भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर चल रही है। रैली में आई भारी भीड़ को देखकर मोदी बहुत गदगद थे। मैदान की क्षमता से अधिक भीड़ होने से अव्यवस्था के कारण उन्होंने बिजनौर की जनता से क्षमा भी मांगी। उन्होंने कहा कि इस विशाल जनसैलाब को देखकर यह साफ हो गया है कि यूपी में भाजपा की आंधी चल रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता परिवर्तन चाहती है। ऐसे में मोदी ने वादा किया कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। साथ ही अखिलेश सरकार के पांच साल का हिसाब भी मांगा जाएगा।