नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने की अपील की है। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को एक वीडियो संदेश में योग को एक शारीरिक अभ्यास से कहीं ज्यादा बताते हुए कहा कि विश्व भर से योग दिवस को लेकर इतनी भारी उत्साह की उम्मीद नहीं की थी।
प्रधानमंत्री मोदी की ही अपील पर संयुक्त राष्ट्र ने पिछले साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। इस साल पूरा विश्व दूसरा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है।
उन्होंने कहा कि जब सितंबर 2014 में मैंने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने से जुड़ा नजरिया संयुक्त राष्ट्र महासभा में पेश किया था, तब मैंने भी उम्मीद नहीं की थी इस अवसर के लिए दुनिया के कोने-कोने से इतना भारी उत्साह दर्शाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पिछले साल और अब एक-बार फिर लोगों का सहयोग और भागीदारी इस प्राचीन विधा को पोषित करने और बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को निभाता है और योग के ‘वसुधव कुटुंबकम’ की आदर्श अभिव्यक्ति होने की पुष्टि करता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं पिछले साल के उस यादगार दिन की पहचान बन चुकी तस्वीरों को याद करता हूं। प्रशांत द्वीपसमूह से पोर्ट ऑफ स्पेन तक, व्लादिवोस्तोक से वैंकुवर तक और कोपनहेगन से केपटाउन तक हजारों लोग योगाभ्यास के जरिए शरीरों और मस्तिष्कों को एकीकृत करने के लिए जुटे थे।
उन्होंने कहा कि इस विधा की अनुगूंज को न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक ‘स्वाभाविक स्थान’ मिल गया, जहां से इस सफर की शुरुआत हो गई। योग हमें स्वयं के एक नए आयाम तक पहुंचा देता है जबकि इसके जरिए हमें एहतियाती स्वास्थ्यचर्या और कुशलता के बारे में समग्र दृष्टिकोण मिलता है।
उन्होंने कहा कि योग हमारा संतुलन बहाल करने में मदद तो करता ही साथ ही हममें जरूरी स्पष्टता लेकर आता है। इसकी एकीकरण की ताकत के जरिए हम संपूर्णता हासिल करने के साथ-साथ दुनिया के साथ एकीकार हो जाने की कोशिश करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दूसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी करते हुए आप लोगों को संबोधित करने में मुझे बेहद खुशी हो रही है। यह अदभुत अवसर है, जो हमें भारत की प्राचीन परंपरा के अमूल्य उपहार का जश्न मनाने के लिए एकसाथ लेकर आता है।